प्राथमिकी के 24 घंटे के भीतर क्लीन चिट देने वाले डीएसपी को 12 दिसम्बर को ईडी ऑफिस में उपस्थित होने का आदेश..

राँची।झारखण्ड में 24 घंटे के भीतर आलमगीर और पंकज मिश्रा को क्लीन चिट देने के मामले में डीएसपी पीके मिश्रा को ईडी ने मंगलवार को समन भेजा है।ईडी ने डीएसपी पीके को 12 दिसंबर को राँची के जोनल ऑफिस में उपस्थित होने का आदेश दिया है। उनसे 12 दिसंबर को पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने बरहरवा टोल प्लाजा टेंडर मामले की निगरानी कैसे की और कांग्रेस के मंत्री आलमगीर आलम को क्लीन चिट कैसे दी। साथ ही पंकज मिश्रा को भी कैसे क्लीन चिट दिया गया। पंकज मिश्रा झारखण्ड के सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि हैं और वह इस समय अवैध पत्थर खनन मामले में जेल में हैं। ईडी ने उनके खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज की है।

प्राथमिकी के 24 घंटे के भीतर दे दी थी क्लीन चिट

बरहरवा टोल प्लाजा मामले में व्यवसायी शंभू नंदन ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी।प्राथमिकी के 24 घंटे के भीतर साहिबगंज पुलिस ने मंत्री आलमगीर आलम और पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दे दी थी।जांच की निगरानी कर रहे डीएसपी प्रमोद मिश्रा ( पीके मिश्रा) ने बिना किसी प्रारंभिक जांच और डिजिटल साक्ष्य के पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दे दी थी।प्रमोद मिश्रा बरहरवा के डीएसपी के पद पर तैनात थे, और उनका नाम एएसआई रूपा तिर्की मौत मामले में भी आया था। सोमवार को राँची ईडी के ऑफिस में जांच अधिकारी और झारखण्ड पुलिस के एएसआई सरफुद्दीन खान से पूछताछ की गई।इसमें सरफुद्दीन खान ने बताया कि पंकज मिश्रा और आलमगीर आलम के खिलाफ जांच बंद करने का फैसला उनके वरीय अधिकारियों का था।