देवघर:पुलिस ने 11 साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार,कार, मोबाइल,लैपटॉप सहित कई सामान बरामद

देवघर।झारखण्ड के देवघर जिला ऑनलाइन क्राइम का नया अड्‌डा बन गया है।लगातार कार्रवाई के बाद भी साइबर अपराधियों में कोई भय नहीं है।बताया गया कि देवघर पुलिस ने पुख्ता सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी के आरोप में 11 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से लाखों की हुंडई वरना कार, 22 मोबाइल, 1 लैपटॉप,35 सिम कार्ड, 7 एटीएम कार्ड, 32 हजार रुपए, 4 पासबुक, 4 चेक बुक तथा एसबीआई बैंक के कुछ कागजात बरामद किए गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने शनिवार की रात एक साथ 2 थाना क्षेत्रों के 4 गांवों में छापेमारी कर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार सिंह के निर्देश पर साइबर पुलिस ने सारठ थाना क्षेत्र के कुरुमटांड़,झगराही एवं बगदाहा गांव तथा देवीपुर थाना क्षेत्र के कपसा गांव में छापेमारी की। जांच में पता चला कि साइबर अपराधी ऑनलाइन तरीके से देश-दुनिया के लोगों को चूना लगाकर लाखों कमा रहे हैं। ठगी के इन्हीं पैसों से अपने लिए महंगी गाड़ियां, कपड़े, गहने की खरीद कर रहे हैं।

सुमित प्रसाद साइबर डीएसपी ने आज रविवार को प्रेस वार्ता में बताया कि छापेमारी के दौरान झगराही गांव के राहुल कुमार मंडल, राज कुमार मंडल, एवं गोविंद मंडल के घर पर छापेमारी की गई। पता चला कि यह लोग अपना घर छोड़कर पास के दूसरे मकान में छिपे हुए हैं। पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस ने इनके दूसरे अड्‌डे पर छापा मारा। इसके साथ कई और लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जांच में यह भी पता चला कि अब तक की कमाई से इन लोगों ने अपने दूसरे शौक पूरे करने के साथ-साथ हाल में ही 1 नई कार भी खरीदी है।पुलिस ने इसे तत्काल जब्त कर लिया। पुलिस ने इनके मोबाइल से कई लोगों से साइबर ठगी करने का साक्ष्य भी हासिल किए हैं। पकड़े गए आरोपी में से दूरजू राणा पर पूर्व से ही साइबर ठगी का मामला दर्ज था। उसके 2 और भाई संजय लाल, छोटू राणा भी इस काम में उसकी मदद कर रहे थे। इसके अलावा इस मामले में झगराही गांव के दीनानाथ मंडल, राहुल कुमार मंडल, राज कुमार मंडल, पालोजोरी थाना के डुमरकोला गांव के गोविंद मंडल, सारठ थाना क्षेत्र के बगदाहा गांव के जितेंद्र मिर्धा, छोटू मिर्धा, पवन मिर्धा, एवं देवीपुर के कपसा गांव से शैलेश दास को गिरफ्तार किया गया है।बताया गया कि लोगों को ठगने के लिए यह पूरा गिरोह लगातार नए-नए हथकंडे अपना रहा है। कभी यह बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं तो कभी किसी कंपनी के अधिकारी बनकर एजेंसी देने का दावा करते हैं। मोबाइल पर सारी जानकारियां लोगों से हासिल कर बैंक अकाउंट में रखे पैसे साफ कर देते हैं।