साइबर अपराधियों को प्रतिबिम्ब एप ने ढूंढ निकाला:गिरिडीह पुलिस ने राँची से चार और गिरिडीह से दो साइबर अपराधियों को दबोचा…स्कोका एप से चैट कर ठगी करता था…

गिरिडीह।झारखण्ड में गिरिडीह पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है।पुलिस ने जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र और झारखण्ड की राजधानी राँची में छापेमारी कर कुल छह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 11 मोबाइल फोन,15 सिम कार्ड, चार एटीएम कार्ड, तीन बैंक पासबुक, तीन पैन कार्ड और दो आधार कार्ड बरामद किए गए हैं।एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि सीआईडी का प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि बेंगाबाद थाना क्षेत्र में कुछ साइबर अपराधी फर्जी सिम का प्रयोग करते हुए आम लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं।इसी सूचना पर टीम गठित कर कार्रवाई की गयी।वहां से दो साईबर अपराधियों को दबोचा गया।इसके बाद पता चला कि कुछ साइबर अपराधी राँची में रहकर वहीं से ठगी कर रहा है।उसके बाद गिरिडीह पुलिस ने राँची पुलिस के सहयोग से चार अपराधी को राँची के लालपुर इलाके से गिरफ्तार किया है।गिरिडीह के एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि जिन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें बेंगाबाद थाना क्षेत्र के चितमाडीह का फिरोज अंसारी, जामताड़ा जिले के नारायणपुर का अनिल कुमार मंडल, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गपेय का बबलू कुमार, जमुआ थाना क्षेत्र के चुंगलो का आशीष मंडल, हजारीबाग जिला के बरकट्ठा का बंटी कुमार और अंकित कुमार शामिल हैं।उन्होंने बताया कि प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि बेंगाबाद थाना क्षेत्र में कुछ साइबर अपराधी फर्जी सिम का प्रयोग करते हुए आम लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं।इसी सूचना के बाद साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसमें साइबर थाना प्रभारी अजय कुमार, श्याम बाबू राठौड़, गौरव कुमार, संजय मुखियार, गजेंद्र कुमार, साकेत वर्मा सौरभ सुमन, जितेंद्र नाथ महतो, सुरेश यादव आदि को शामिल किया गया

बेंगाबाद थाना क्षेत्र में छापेमारी कर टीम ने दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया।उसके बाद 4 साइबर अपराधियों को राँची से पकड़ा गया। ये सभी साइबर अपराधी एयरटेल पेमेंट बैंक के कर्मी बनकर लोगों को झांसे में लेकर उनसे ओटीपी और पासवर्ड प्राप्त करने के बाद लोगों के खाते से पैसे की ठगी कर लेते थे।इसके अलावा ये सभी साइबर अपराधी लोगों को स्कोका एप के माध्यम से चैट कर अपने जाल में फंसा कर पैसे की ठगी करते थे। इन साइबर अपराधियों के द्वारा फर्जी बैंक अधिकारी बनकर, बिजली बिल जमा नहीं करने पर बिजली कनेक्शन कार्ड देने की धमकी देने समेत अन्य तरीकों से ठगी करते थे।