सीआरपीएफ़ जवान ने पहले कैंप में अंधाधुंध फायरिंग की, फिर खुद को गोली मार लिया,मौके पर मौत

चाईबासा।झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिले सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान अमित सिंह ने पहले कैंप में अंधाधुंध फायरिंग की,फिर खुद ही अपने मुंह के नीचे इंसास राइफल से गोली मार ली।गोली चलते ही वे फर्श पर गिर गए। इससे मौके पर ही जवान की मौत हो गयी।गोली चलने की आवाज से कैंप में थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गयी।घटना स्थल पर जवानों ने अमित सिंह को फर्श पर पड़ा देखा। यह घटना घोर नक्सल प्रभावित गोइलकेरा थाना अंतर्गत आराहासा सीआरपीएफ के 60 बटालियन कैंप में हुई।पुलिस ने सीआरपीएफ जवान की इंसास राइफल और और उनका मोबाइल जब्त कर लिया।मामले की जांच की जा रही है।मृतक अमित जम्मू कश्मीर के बिसना के देवली थाना क्षेत्र के थे।

बताया जा रहा है कि मृतक अमित सिंह चार-पांच दिनों पहले ही हवलदार की ट्रेनिंग कर लौटे थे।वे कैंप में हमेशा तनाव में रहते थे। घर में हमेशा फोन पर बात करते थे।ऐसा लगता है कि वे घरेलू परेशानी से जूझ रहे थे। 5 जनवरी को भी वे फोन से अपने घर पर बात किए।अचानक रात में फायरिंग की आवाज आई।उन्होंने खुद को गोली मार ली थी।मृतक अमित जम्मू कश्मीर के बिसना के देवली थाना क्षेत्र के थे। उनके पिता भी सेना में थे।उनके घर में पत्नी और भाई है।परिवार वालों को घटना की सूचना दे दी गयी है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराकर शव को उनके पैतृक गांव जम्मू कश्मीर भेज दिया गया।

जवान अमित सिंह सीआरपीएफ में वर्ष 2015 में बहाल हुए थे। इसके बाद वर्ष 12 अक्टूबर 2021 में सीआरपीएफ के 60 बटालियन में उनका तबादला चक्रधरपुर असंतलिया स्थित सीआरपीएफ 60 बटालियन में हुआ था।वे वर्तमान में गोइलकेरा के आरा हासा कैंप में पदस्थापित थे, जहां वर्तमान में नक्सलियों के खिलाफ एलआरपी चल रहा है।

सीआरपीएफ के चक्रधरपुर असंतलिया स्थित 60 बटालियन मुख्यालय में जवान मृतक अमित सिंह को श्रद्धांजलि दी गई।मौके पर 60 बटालियन के कमांडेंट आनंद कुमार जेराई, उपकमांडेंट जियाउल हक सहित सभी अधिकारी व जवानों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।