संकट में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार!

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार सियासी संकट में घिरती नजर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी के 20 विधायक अचानक ही बेंगलुरू पहुंच गए हैं। जो विधायक बेंगलुरु पहुंचे हैं उनमें 6 मंत्री भी शामिल हैं। बताया ये भी जा रहा है कि ये सभी ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के हैं। खबर ये भी है कि कांग्रेस पार्टी लगातार सिंधिया को मनाने की कवायद में जुटी हुई है। हालांकि, सिंधिया की ओर से अभी तक पूरे मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

बेंगलुरू गए सभी कांग्रेसी विधायक सिंधिया खेमे से

राज्य की रिक्त हो रही तीन राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है और नामांकन भरे जाने की अंतिम तारीख 13 मार्च है। कांग्रेस के खाते में तीन में से दो सीटों के आने की संभावना बनी हुई है, इसी के चलते कांग्रेस में उम्मीदवारों के नामों को लेकर मंथन चल रहा है। राज्य से कांग्रेस की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह को बड़ा दावेदार माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायक चाहते हैं कि सिंधिया को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने के साथ प्रदेश अध्यक्ष की भी कमान सौंपी जाए।

दिल्ली दौरा अधूरा छोड़ भोपाल लौटे कमलनाथ

वहीं मध्य प्रदेश में नई सियासी सुगबुगाहट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ को दिल्ली से अपना दौरा बीच में ही खत्म कर भोपाल लौटना पड़ा है। इसके साथ ही सभी विधायकों और मंत्रियों को भोपाल तलब किया गया है।

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वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों और विधायकों के मोबाइल फोन बंद होने से सरकार के भविष्य को लेकर सवाल बना हुआ है। मुख्यमंत्री कमलनाथ रविवार रात को दिल्ली प्रवास पर रवाना हुए थे और उनको 12 मार्च को भोपाल लौटना था।