नहाय खाय के साथ छठ शुरू:खरना की तैयारी में जुटीं व्रती,21 को होगा समापन

राँची।लोक आस्था का महापर्व छठ बुधवार से नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया। छठ महापर्व में नहाय खाय का खास महत्व होता है। व्रतियों ने शुद्धता पूर्वक स्नान कर सात्विक भोजन कीं।उसके बाद घर और अन्य लोगों ने प्रसाद कर रूप में भोजन किये।आज के कद्दू भात का भोजन करने महत्व ही अलग है।आज नहाया खाय के साथ शुरू हुए हैं।नहाय खाय के दिन विशेष तौर पर लौकी (कद्दू)की सब्जी बनती है। इसके पीछे ये मान्यता है कि लौकी काफी पवित्र होता है. और लौकी में पर्याप्त मात्रा में जल होता है। इसमें लगभग 96 फीसदी पानी होता है जो व्रती को होने वाले पानी की कमी को दूर करता है।

खरना के बाद 36 घंटे का उपवास

नहाय खाय के बाद दूसरे दिन बृहस्पतिवार को खरना के साथ उपवास शुरू होता है। खरना के दिन शाम को व्रती सात्विक आहार जैसे- गुड़ की खीर का सेवन करेंगी। इसके बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू होगा। तीसरे दिन छठव्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य देती हैं और फिर चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस पर्व का समापन होता है। इस बार 19 नवंबर बृहस्पतिवार को खरना है, जिसके बाद 20 नवंबर शुक्रवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य और 21 नवंबर शनिवार को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी है।उन्होंने ट्वीट कर नहाय खाय के प्रथम दिन शुभकामनाएं दी है।

दीपक प्रकाश ने दी शुभकामनाएं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने ट्वीट कर सभी को छठ की शुभकानाएं दी हैं। उन्होंने लिखा है कि आप सभी को सूर्य उपासना का महापर्व छठ के प्रथम दिन नहाय खाय की हार्दिक शुभकामनाएं।