मंत्री आलमगीर आलम के कहने पर झारखण्ड के स्वास्थ्य से खेल गई राँची जिला प्रशासन!

केंद्र सरकार के आदेशों को दरकिनार किया झारखण्ड के मंत्री ने-

राँची। जिला प्रशासन ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम और किसी आजिम शेख के कहने पर राँची से नौ बसों को दूसरे जिले में जाने की लिखित रूप से अनुमति दे दी। राँची डीसी राय महिमापत रे ने 29 मार्च को इससे संबंधित पत्र जारी किये। बसों से राँची में मजदूरी कर रहे लोगों को उनके घर जाने दिया गया।

कोरोना पर झारखण्ड के सच्चाई को बयां करती आनन्द दत्ता की यह रिपोर्ट

यहां यह जानना जरूरी है कि मंत्री आलमगीर आलम पाकुड़ से ही आते हैं. 29 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से देश से सभी मुख्य सचिव को एक निर्देश जारी किया गया है. निर्देश में इस बात का साफ उल्लेख है कि जिला प्रशासन सख्ती से दूसरे जगहों से आए लोगों की आवाजाही (Moevment) पर रोक लगाएगा।उन्हें क्वारनटाइन से जुड़ी हर सुविधा दिया जाना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी. मजदूरों के लिए रहने और भोजन की सुविधा भी जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी. उनकी मजदूरी सुनिश्चित करना और उन्हें मकान मालिक घर से ना निकाले, इन सभी बातों का ख्याल सख्ती से जिला प्रशासन को रखना है। लेकिन रांची जिला प्रशासन की तरफ से ऐसा नहीं किया गया. जिला प्रशासन ने साहेबगंज, पाकुड़ और कोडरमा जिले में मजदूर को बसों में भर कर जाने की अनुमति दी. जो कि गृह मंत्रालय के निर्देशों का साफ तौर से उल्लंघन है.यहां उल्लेखनीय है कि 29 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से दो सीनियर आईएएस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही दो अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई है।

मजदूरों की जांच के बाद ही जिला में प्रवेश करने दिया जाएगाः डीसी पाकुड़

रांची जिला प्रशासन द्वारा बसों से मदजूरों के भेजे जाने के बाद संबंधित जिलों के प्रशासन के सामने अजीब सी स्थिति पैदा हो गयी. क्योंकि मजदूरों को भेजे जाने की जानकारी संबंधित डीसी को थी ही नहीं. क्योंकि रांची जिला प्रशासन के द्वारा सिर्फ मंत्री आलमगीर आलम, संबंधित जिला के एसपी और थानेदार को सूचना दी गयी थी. पाकुड़ के डीसी कुलदीप चौधरी ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि लॉकडाउन को लेकर जिले के सभी बॉडर सील है रांची से बस में मजदूरों को भेजे जाने की सूचना मिलने के बाद बसों को बॉडर पर ही रोक दिया गया है. सभी मजदूरों की थर्मल स्कैनर से स्क्रीनिंग की जा रही है. डॉक्टरों की टीम बॉडर पर मौजूद है. रांची से सभी यात्रियों की जांच के बाद उन्हें क्वारनटाइन किया जाएगा. जो मजदूर स्वस्थ होंगे उनके हाथों पर होम क्वारनटाइन का निशान लगाकर घर जाने दिया जाएगा. मजदूरों के आने की कोई अधिकारिक जानकारी नहीं थी. चूंकी पाकुड़ प्रशासन सक्रिय था इसलिए जानकारी मिल गयी.