#Lockdown: राज्य के सभी जिलों के थाना में शुरू हुई सामुदायिक रसोई संकट के समय गरीबों के लिए बनी संजीवनी। सलाम है झारखण्ड पुलिस के जज्बे को

राँची। वैश्विक संकट बनकर खड़े कोरोना वायरस से निपटने के लिए देशव्‍यापापी लॉकडाउन के बीच झारखण्ड पुलिस की एक सराहनीय पहल गरीब लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए झारखण्ड के सभी जिलों की पुलिस सड़कों पर बेवजह निकलने वालों की सख्‍ती से खबर ले रही है। वहीं दूसरी ओर जरूरतमंदों को भोजन भी करा रही है। थानों की चहारदीवारी के भीतर कदम रखने से पहले सौ बार सोचने को मजबूर लोग बेहिचक थाने पहुंच रहे हैं। और भरपेट भोजन कर पुलिस को थैंक्‍स कह रहे हैं।

डीजीपी ने सभी जिलों के SP को दिया निर्देश

डीजीपी एमवी राव ने 27 मार्च को सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया था कि जिन बाहरी या राज्य लोगों के पास आजीविका के साधन उपलब्ध नहीं हैं, उनके संबंधित थाना क्षेत्रों में प्रवेश के दौरान चिकित्सीय जांच करायी जाए. इसके बाद भोजन की व्यवस्था थाना अथवा पुलिस पिकेट के स्तर से की जाए. डीजीपी ने उपायुक्त और खाद्य आपूर्ति विभाग से समन्वय और सहयोग प्राप्त कर कम्युनिटी किचन खोलने का निर्देश जिलों के पुलिस अधीक्षकों को दिया था।राव ने निर्देश देते हुए कहा था की पुलिस अधीक्षक तत्काल यह व्यवस्था करें, साथ ही भोजन-आपूर्ति के समय सोशल डिस्टेंस के मानकों का पालन भी किया जाए. डीजीपी ने सभी पुलिस अधीक्षकों द्वारा ऐहतियातन कदम उठाने की भी बात कही थी।

राँची: राजधानी राँची के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस के द्वारा सामुदायिक रसोई का गठन कर लॉक डाउन प्रभावित गरीब असहाय लोगों के बीच भोजन के साथ साथ अन्य जरूरी वस्तुओं का भी वितरण किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस जिस प्रकार से सेवा दे रही वह बिल्कुल ही अद्भुत नजारा प्रस्तुत कर रहा है।

खूंटी: पुलिस गांव-गांव जाकर जरूरतमंद को करा रही है भोजन। खूंटी के एसपी आशुतोष शेखर के के निर्देश पर खूंटी जिले के सभी थाना प्रभारी जिले के सभी थानों में, गांव में जाकर कम्युनिटी किचन के द्वारा जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करा रही है. गरीब असहाय के साथ-साथ बेजुबान पशुओं को भी खूंटी पुलिस भोजन करा रही है.

जमशेदपुर: कोरोना के संक्रमण के खतरे के मद्देनजर घोषित लॉक डाउन के दौरान सोनारी थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा आम लोगों के बीच मास्क एवं साबुन का वितरण किया गया एवं कोरोना वायरस का मुकाबला करने हेतु जागरूक किया गया।धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा गाँव-गाँव जा कर दिव्यांग एवं जरूरतमंद लोगों को सूखा रासन उपलब्ध कराया गया।

बोकारो: बोकारो पुलिस अधीक्षक द्वारा गरीब एवं असहाय लोगो के बीच में जरूरत की सामग्रियों का वितरण किया गया।

रामगढ़: प्रभात कुमार पुलिस अधीक्षक, रामगढ़ के निर्देशानुसार थाना प्रभारी कुज्जू द्वारा सामुदायिक रसोई का गठन कर गरीब-असहाय लोगों के बीच भोजन का वितरण किया गया ।

जामताड़ा: पुलिस अधीक्षक जामताड़ा द्वारा नाला थाना में कोविंड 19 में प्रभावित लोगों के लिए जामताड़ा पुलिस परिवार की ओर से सहायता शिविर सह सामुदायिक किचन का उदघाटन किया गया एवं खाना खिलाया गया। जामताड़ा जिला अन्तर्गत नाला थाना एवं कुण्डहित थाना में लॉक डाउन में प्रभावित गरीब लोगों के लिए जामताड़ा पुलिस परिवार की ओर से सहायता शिविर सह सामुदायिक किचन के दौरान खाना खिलाया गया।

गिरिडीह: Lockdown के दौरान गिरिडीह पुलिस के नेतृत्व में सभी थाना क्षेत्रोंमें निर्मित सामुदायिक किचेन,भोजनालय द्वारा गरीब,असहाय एवं जरूरतमंद लोगों को भोजन की व्यवस्था कर खिलाया जा रहा है एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस टीम द्वारा जाकर भोजन वितरण किया जा रहा है।

हजारीबाग: सदर थाना हज़ारीबाग़ के द्वारा सामुदायिक रसोईघर कार्यक्रम आरंभ कर ग्रामीणों को सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

चतरा: झारखंड पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार चतरा पुलिस द्वारा सादर टंडवा सिमरिया थाना अंतर्गत सामुदायिक रसोई (Community Kitchen) का प्रारंभ किया गया जो गरीब असहाय व अन्य पीड़ित व्यक्तियों की सेवा में लगातार कार्यरत रहेगा।

देवघर: पुलिस अधीक्षक, श्री नरेन्द्र कुमार सिंह के दिशा-निर्देश से सामुदायिक रसोई के माध्यम से अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री विकाश कुमार श्रीवास्तव द्वारा सारवां थाना परिसर में असहाय लोगो को भोजन वितरण करते हुए।

धनबाद: वरीय पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में जोड़ापोखर थाना द्वारा निर्मित कम्युनिटी किचन के माध्यम करीब 80 गरीब एवं असहाय लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया गया ताकि कोई भी जरुरतमंद व्यक्ति भुखा न रहे।

गढ़वा: पुलिस अधीक्षक गढ़वा के नेतृत्व में गढ़वा थाना सहित रंका, गोदरमाना, मंझिआंव, नगर उंटारी केतार कुल 6 जगहों में कम्युनिटी किचन के माध्यम से गरीब एवं असहाय लोगों को निःशुल्क भोजन खिलाया जा रहा है, ताकि कोई भी जरुरतमंद व्यक्ति भुखा न रहे।