दो साल बाद पुलिस ने कब्र से फुटबॉल खिलाड़ी का निकाला कंकाल,उग्रवादियों ने गोली मारकर की थी हत्या..

खूँटी।झारखण्ड के खूँटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के उदय नारायणपुर गांव से पुलिस ने दो साल बाद कब्र से फुटबॉल खिलाड़ी का शव (कंकाल) बरामद किया है।नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण इस दौरान उदय नारायणपुर गांव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे,सुरक्षा के मद्देनजर जिला पुलिस के साथ साथ सीआरपीएफ के जवान तैनात थे।अड़की और कराईकेला थाना की पुलिस मौके पर मौजूद थी।दरअसल शव को चाईबासा के कराईकेला थाना क्षेत्र में दफना दिया था।शव कराईकेला थाना क्षेत्र से खूंटी पुलिस ने बरामद किया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के अड़की थाना क्षेत्र के ईचाहातु गांव में दो साल पहले (जुलाई 2020) हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। जिसमे अड़की थाना क्षेत्र के उदयनरायणपुर गांव की भी टीम खेलने गई थी। इस टीम में उदयनारायणपुर गांव का निकोलस सोये (23) भी खेलने के लिए गया था। खेल के दौरान की शाम में पीएलएफआई उग्रवादियों ने मैदान में हमला कर दिया था और फायरिंग भी कर दी थी। जिसमें निकोलस की गोली लगने से मौत हो गई थी।

इस मामले को लेकर अड़की थाना में एक मामला दर्ज हुआ था। जिसकी जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि निकोलस की उग्रवादियों द्वारा की गई फायरिंग में मौत हो गई है और परिजन ने शव दफना दिया है। इसके बाद गुरुवार को बीडीओ और कराईकेला थाना पुलिस की उपस्थिति में अड़की थाना पुलिस ने लाश बरामद किया है।अब बरामद लाश को फॉरेंशिक जांच के लिए भेजी जायेगी। वहीं ईलाका नक्सल प्रभावित होने के कारण सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।

घटना स्थल पर परिजन, ग्रामीण और पुलिस

बताया जाता है कि दो साल पहले जब हत्या हुई थी तो उग्रवादियों ने परिजनों को धमकी दी थी।धमकी के बाद परिजन डर से पुलिस के पास नहीं गया था और चुपके से कराईकेला थाना, जिला पश्चिमी सिंहभूम क्षेत्र में शव दफना दिया था।इसी बीच परिजनों ने चुपके से एक आवेदन भी थाना में दे दिया था।लेकिन आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।इसी बीच थाना में केस रिव्यू के दौरान केस पर संज्ञान लिया गया।उसके बाद मामला वरीय पुलिस अधिकारी के संज्ञान में मामला आया।उसके बाद मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई।मजिस्ट्रेट के रूप बीडीओ गिरिजानंद किस्कू के सामने शव बाहर निकाला है।