शादी के मंडप से दुल्हन विदा होने के बाद पिया के घर के बजाय सीधे पहुँची परीक्षा देने,होने लगी दुल्हन की तारीफ….

पटना।बिहार के छपरा में इस दूल्हा दुल्हन की क्यों चर्चाएं हो रही है।दरअसल, शादी के मंडप से एक दुल्हन विदा होने के बाद दूल्हा के घर की बजाय सीधे छपरा के जेपी विश्वविद्यालय के साइंस ब्लाक पहुंची। सजी-धजी कार से दुल्हन को दूल्हा लेकर आया। यह देख हर कोई दंग रह गया।बताया गया की दुल्हन रौशनी की सोमवार को परीक्षा थी। घर-गृहस्थी के साथ ही वह शिक्षा के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने के लिए उत्साहित थी। इसके चलते उसने शादी के मंडप से विदाई के बाद ससुराल की जगह परीक्षा केंद्र जाने की इच्छा जताई। दूल्हे और उसके परिजनो ने भी दुल्हन की पढ़ाई के प्रति रुचि देख खुशी जताई और उसे दूल्हे के साथ परीक्षा देने के लिए जेपी विश्वविद्यालय के साइंस ब्लाक भेजा। परीक्षा देने के बाद दूल्हा अपनी दुल्हन को अपने घर सीहोर लेकर पहुंचा। इस दौरान करीब ढाई घंटे तक दूल्हा कार में बैठकर दुल्हन का इंतजार करता रहा। शहर के मौना वानगंज निवासी वासुकीनाथ प्रसाद की भतीजी रौशनी की शादी गोपालगंज में हुई है। 21 नवंबर को छपरा में उसके घर बारात आयी थी।

इधर राजेंद्र कालेज के पीजी अंग्रेजी विषय की छात्रा रौशनी का परीक्षा 22 नवंबर को प्रथम पाली में थी। 21 नवंबर की रात में शादी हुई। सुबह छह बजे शादी खत्म होने के बाद रौशनी दुल्हन की वेशभूषा में ही परीक्षा देने विवि कैंपस में चली गई। सुबह विदाई के बाद उसे गोपालगंज स्थित अपने ससुराल जाना था, किंतु उसने ससुराल जाने के पहले परीक्षा देना जरूरी समझी। दुल्हन के परीक्षा देने आने पर परीक्षा हाल और केंद्र चर्चा का विषय रहा।

आगे बढ़ने के लिए पढ़ाई जरूरी-दुल्हन

परीक्षा हाल में प्रवेश करने से पहले दूल्हा-दुल्हन ने कहा कि विवाह के बाद एक नए जीवन की शुरुआत होती है, किंतु इस शुरुआत से भी ज्यादा जरूरी पढ़ाई है। इसलिए हमने विदाई के बाद घर जाने से पहले परीक्षा देना जरूरी समझा। दूल्हा आशुतोष कुमार ने बताया पति-पत्नी को एक-दूसरे को समझना और महत्व देना जरूरी है। इस बात की शुरुआत हमने सात फेरे लेने के तत्काल बाद कर दी। रौशनी को परीक्षा देना जरूरी था। अगर हम उसका साथ नहीं देते तो उसके एक साल की मेहनत खराब होती। मुझे काफी अच्छा लग रहा है कि वैवाहिक जीवन की शुरुआत में ही मैं अपनी पत्नी के फैसले में साथ खड़ा हो सका। दुल्हन का कहना है कि पढ़ाई जरूरी है। हालात कुछ भी हों हमें पढ़ाई को महत्व देना चाहिए।

वहीं जेपी विश्वविद्यालय छपरा के संयुक्त केंद्राधीक्षक पीजी परीक्षा डा. विश्वामित्र पांडेय ने कहा दूल्हा-दुल्हन द्वारा विवाह मडंप से विदा होने के बाद सीधे परीक्षा देने आना सराहनीय कदम है। इससे जाहिर होता है वह पढ़ाई के प्रति कितने जागरूक हैं। पढ़ाई जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। किसी भी हाल में शिक्षित होना जरूरी है। दुल्हन के रूप में आई छात्रा के इस कदम से अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी।

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