Jharkhand:क्रिकेट के बाद अब माही बने नम्बर-1 गो-पालक किसान,बीएयू के किसान मेले में पूर्वी भारत का का सर्वश्रेष्ठ गो-पालक सम्मान मिला

राँची।अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धाक जमाने के बाद अब खेती-किसानी के मैदान पर भी धोनी एक के बाद एक रिकॉर्ड अपने नाम कर रहे हैं। धोनी पूर्वी भारत के सर्वश्रेष्ठ गोपालक का सम्मान अपने नाम कर लिए हैं।उन्हें यह अवार्ड बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (BAU) में चल रहे किसान मेले में दिया गया। यहां पूर्वी भारत के किसान और गो पालक जुटे हैं।

शुक्रवार को यह सम्मान झारखण्ड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने धोनी के प्रतिनिधि के रूप में उनके कर्मचारी कुणाल गौरव को दिया। उन्होंने बताया कि यह उनके लिए गौरव का क्षण है। उन्होंने बताया कि धोनी इन गायों से बहुत प्यार करते हैं। वे जब यहां होते हैं तो दिन में एक बार इनके पास जरूर आते हैं।

किसान मेले में पूर्वी भारत के सैकड़ों किसान पहुंचे हैं। उसमें धोनी की गाय भी शामिल थीं।

पुरस्कार लेने के बाद कुणाल गौरव ने बताया कि धौनी अभी 73 गायों का पालन कर रहे हैं। इनमें फ्रेजियन और साहिवाल नस्‍ल की गाय है। इन्हें पंजाब से लाया गया है। इनसे रोजाना लगभगा 400 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। गायों का सारा दूध काउंटर से ही बेचा जाता है। राँची के लालपुर में ईज फार्म से ही दूध बेचा जाता है। फ्रेजियन नस्‍ल की गाय का दूध 55 रुपये लीटर और साहिवाल नस्‍ल की गाय का दूध 85 रुपये लीटर होम डिलीवरी किया जा रहा है।

BAU में विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने धोनी के प्रतिनिधि को यह सम्मान दिया है।

गौरव ने बताया कि धोनी गायों की सेवा भी करते है। उनके खानपान और उनको दी जाने वाली डोज पर भी खास नजर रखते है। यहां तक की दूध के एक-एक लीटर का भी हिसाब रखते हैं। धोनी के खटाल में 300 गायों को रखने की जगह है। इसके अलावा धोनी गाय के एक बेहतर ब्रीड भी तैयार में लगे हुए हैं। उनके खटाल के सूत्रों की मानें तो वो ये ब्रीड यहां के किसानों को भी उपलब्ध कराएंगे।

सब्जियों की दुबई में होगी सप्लाई

दूध के अलावा धोनी ऑर्गेनिक सब्जी की खेती भी कर रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से गोभी, ब्रोकली, पपीता, आलू, मटर, टमाटर, स्ट्रॉबेरी आदि की बड़े पैमाने पर खेती हो रही है। धोनी इसे लोकल बाजार के साथ विदेश में भी बेचने की तैयारी कर रहे हैं। झारखंड सरकार की मदद से दुबई के एक्सपोर्टर से बात भी फाइनल हो गई है। बहुत जल्द इसकी ट्रांसपोर्टिंग भी शुरू हो जाएगी।