एसीबी की टीम ने सोमवार को दो घूसखोर दरोगा को गिरफ्तार के जेल भेजा,दोनों घूस लेते धराया था…

धनबाद।झारखण्ड के धनबाद एसीबी ने सोमवार को दो घूसखोर दारोगा को घूस लेते गिरफ्तार किया। पहली कार्रवाई में सरायढेला थाना में पदस्थापित दारोगा राजेंद्र उरांव को 6000 रुपये लेते पकड़ा गया।आरोपी अधिकारी सरायढेला स्थित एक पेट्रोल पंप के पास बरवाअड्डा के कल्याणपुर निवासी प्रदीप कुमार पांडेय से पैसे ले रहा था।वहीं दूसरी कार्रवाई में टीम ने लोयाबाद थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर दशरथ साहू को 10000 रुपये घूस लेते थाना से पकड़ा। दशरथ 2018 बैच का दारोगा है और मूलत:चतरा जिला के लावालौंग का रहने वाला है।वहीं राजेंद्र उरांव गुमला जिला के विशुनपुर थाना अंतर्गत सेरका चट्टी गांव का रहनेवाला है। दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

एसीबी के अनुसार, बरवाअड्डा के कल्याणपुर निवासी प्रदीप कुमार पांडेय के खिलाफ 31 अगस्त 2017 को केस दर्ज किया गया था।आइओ सब इंस्पेक्टर राजेंद्र उरांव है। राजेंद्र ने प्रदीप से केस दैनिकी लिखने व थाना से जमानत देने के एवज में 10000 रुपये मांगे थे. प्रदीप ने इसकी शिकायत एसीबी से कर दी। बताया जाता है कि राजेंद्र उरांव को ट्रैप करने के लिए एसीबी ने सुबह में ही पूरी तैयारी कर ली थी। राजेंद्र ने प्रदीप को फोन कर पहले थाना बुलाया फिर सरायढेला मेन रोड स्थित एक पेट्रोल पंप के निकट बुलाया. प्रदीप वहां छह हजार रुपये लेकर पहुंचे। थोड़ी दूरी पर मौजूद एसीबी टीम ने रुपये लेते ही दारोगा को दबोच लिया।उस अधिकारी का हाथ छुड़ाकर भागने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने तुरंत पकड़ लिया।

बांसजोड़ा के पिंटू यादव को छोड़ने के लिए मांगे थे 10000

इधर लोयाबाद बांसजोड़ा निवासी पिंटू कुमार यादव ने एसीबी से शिकायत की थी पांच नवंबर को सीआइएसएफ और ग्रामीणों के बीच बांसजोड़ा रेलवे कोयला साइडिंग में टकराव एवं मारपीट की घटना हुई थी। इस कांड में किसी पिंटू को प्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है।इस कांड के अनुसंधानकर्ता एसआइ दशरथ प्रसाद साहू 15 नवंबर को पिंटू को घर से उठा कर थाना ले गये और पूछताछ के बाद 30 हजार रुपये देने की शर्त पर छोड़ा।उसी दिन से दशरथ साहू पैसे के लिए लगातार धमका रही थे।सोमवार को पिंटू थाना में गया और दशरथ को 10 हजार रुपये दिया।पैसे देते ही एसीबी की टीम ने उसे धर दबोचा।इधर एक ही दिन दो दरोगा की गिरफ़्तारी से जिला पुलिस विभाग में हड़कम्प्प मच गया है।