एसीबी ने घूसखोर मुखिया और पंचायत सचिव को घुस लेते रंगेहाथ किया गिरफ्तार

गिरिडीह, 28 मई। भष्ट्राचार निरोधक शाखा धनबाद एसीबी की टीम ने गुरुवार को बगोदर के जरमुंडे पश्चिमी के मुखिया और पंचायत सचिव को आठ हजार घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरिडीह के बगोदर प्रखंड कार्यालय में एसीबी की कार्रवाई से पूरे कार्यालय में हड़कंप मच गया। इसके बाद कई कर्मी एसीबी के अधिकारियों के डर से वहां से भाग खड़े हुए। एसीबी की टीम ने जरमुंडे पश्चिमी के मुखिया शंकर कुमार पटेल और पंचायत सचिव अवद्येश यादव को ललित पासवान से आठ हजार रुपये लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। हालांकि घूस लेने के आरोपी मुखिया शंकर पटेल और पंचायत सचिव अवद्येश यादव खुद के बचाव में कई दलील देते नजर आएं। ललित पासवान से मिले आठ हजार को दोनों अपना बताते हुए एसीबी की टीम को झांसा देकर बचने का प्रयास किए। लेकिन टीम में शामिल पदाधिकारियों ने दोनों का कोई दलील नहीं सुना। एसीबी की टीम में दडांधिकारी दीपमाला, एसीबी डीएसपी अशोक गिरि और एसआई केएन सिंह शामिल थे। टीम की यह कार्रवाई दोपहर ढाई बजे के करीब हुई।

गिरफ्तार मुखिया और पंचायत सचिव

जानकारी के अनुसार बगोदर के संतरुप्पी के ललित पासवान ने 14वें वित आयोग की राशि तीन लाख के लागत से जरमुंडे पश्चिमी गांव में पैभर्स ब्लाॅक से सड़क निर्माण किया था। योजना पूरा होने के बाद ललित पासवान मुखिया शंकर पटेल और पंचायत सचिव से बिल पास करने की बात कह रहा था। लेकिन दोनों ललित पासवान से बिल पास करने के नाम पर 10 हजार की मांग कर रहे थे। मोलभाव के बाद आठ हजार में बिल पास करने का सौदा तय हुआ। लिहाजा, दोनों आरोपियों ने ललित को पैसे देने के लिए गुरुवार को बुलाया था। इसी क्रम में गुरुवार को जब ललित पासवान देने पहुंचा, और मुखिया व पंचायत सचिव को पैसे देने लगा। इसी दौरान एसीबी की टीम ने दोनों को ललित से पैसे देते हुए रंगेहाथ दबोच लिया। जानकारी के अनुसार जरमुंडे पश्चिमी के मुखिया संतोष रजक को 14वें वित आयोग की राशि में गड़बड़ी फैलाने के आरोप में वित्तीय पावर छीन लिए गए थे। संतोष रजक के स्थान पर शंकर पटेल को भुगतान का अधिकार दिया गया था।