Ranchi:भाई के हत्यारा के खिलाफ कोर्ट में गवाही देने से एक दिन पहले गवाह (भाई) की भी पिकअप वैन से कुचलकर हत्या करवा दिया,चार गिरफ्तार

राँची।झारखण्ड की राजधानी राँची के मांडर थाना क्षेत्र में हुई एक हत्या मामले में गवाही देने के एक पहले गवाह की हत्या कर दी।मांडर के मुड़मा चौक में बीते 21 दिसंबर 2019 की शाम तीन बाइक पर सवार होकर आए नौ अपराधियों ने सुबोध नंद तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।इसी मामले में अपराधियों ने सुबोध तिवारी हत्याकांड के गवाह रवींद्र नंद तिवारी को पिकअप वैन से कुचल कर मार डाला और उसे हादसे का रूप दिया।इस मामले में एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में राँची पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। अभी तक अपराधियों को हत्या की सुपारी देने वाला विकास पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है,उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है।

पिकअप वैन से कुचल कर मार डाला:

बीते 27 सितंबर को मांडर थाना क्षेत्र के मुड़मा के पास पिकअप वैन की चपेट में आने से रवींद्र नंद तिवारी की मौत हो गई थी. रवींद्र की मौत के बाद परिजनों ने इसे हादसा मानने से इनकार करते हुए पुलिस से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।परिजनों ने यह आशंका जताई थी कि रवींद्र नंद तिवारी अपने भाई सुबोध आनंद तिवारी की हत्या का चश्मदीद गवाह था।हत्या में शामिल अपराधी उन पर गवाही ना देने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। 28 सितंबर को रवींद्र तिवारी कोर्ट में गवाही देने वाले थे।इसलिए उन्हें आरोपियों के द्वारा लगातार धमकाया जा रहा था कि वो गवाही ना दें. जब अपराधी रवींद्र नंद तिवारी को नहीं डरा पाए।तब उन्होंने 27 सितंबर यानी गवाही के ठीक एक दिन पहले रवींद्र की हत्या करवा दी।रवींद्र नंद तिवारी की हत्या की साजिश जेल में बंद विशाल (सुबोध तिवारी का हत्यारा) के भाई विकास ने रची थी।इसके लिए उसने अपराधियों को पांच लाख रुपये की सुपारी दी थी।

नौ अपराधियों ने सुबोध नंद तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी

मांडर थाना क्षेत्र के मुड़मा चौक में बीते 21 दिसंबर 2019 की शाम तीन बाइक पर सवार होकर आए नौ अपराधियों ने सुबोध नंद तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी फरार हो गए थे. पुलिस ने हत्या की जांच कि तो इसमें शामिल तीन अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए. तीनों अपराधियों ने पूछताछ में खुलासा किया था कि सुबोध तिवारी को रास्ते से हटाने के लिए विशाल साहू ने उन्हें सुपारी दी थी. जिसके बाद पुलिस ने विशाल साहू को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.सुबोध तिवारी की हत्या के चश्मदीद गवाह उनके भाई रवींद्र नंद तिवारी थे. इसी वजह से विशाल साहू ने जेल में रहते हुए अपने भाई विकास साहू के जरिए 5 लाख की सुपारी देकर रवींद्र नंद तिवारी की भी हत्या करवा दी।