अग्रवाल बंधु हत्याकांड :-भगोड़ा लोकेश चौधरी ने कोर्ट में किया सरेंडर,अग्रवाल बन्धु हत्याकांड में फरार था.
राँची। अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित अशोक नगर रोड नंबर 1 स्थित साधना न्यूज के कार्यालय में छह मार्च 2018 की शाम हुई दो सगे भाइयों हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या का मुख्य आरोपी और भगोड़ा आरोपी लोकेश चौधरी ने बुधवार को विशाल श्रीवास्तव के कोर्ट में सरेंडर कर दिया है।गौरतलब है मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी ने घटना के 21 महीने के बाद सरेंडर किया है। एक और मुख्य आरोपी एमके सिंह अब तक पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।
पांच में से तीन अभियुक्त है जेल में दो मुख्य आरोपी हो चुके थे भगोड़ा घोषित
अग्रवाल बंधु हत्याकांड में पांच अभियुक्त में से तीन अभी जेल में है। जबकि मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी और एमके सिंह बीते वर्ष जुलाई महीने में भगोड़ा घोषित हो चुके थे। रांची पुलिस ने दोनों के घर की कुर्की की थी। नियमानुसार, कुर्की के तीन महीने के बाद भी अगर आरोपी गिरफ्तार नहीं होता है या वह सरेंडर नहीं करता है, तो उसकी अचल संपत्ति जो आरोपी के नाम से है, उसे पुलिस नीलाम कर सकती है. बता दें कि मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी और एमके सिंह के घर और ऑफिस की रांची पुलिस कुर्की कर चुकी है।
हत्याकांड में शामिल तीन लोग हैं जेल में
अग्रवाल बंधु हत्याकांड में शामिल पांच में से तीन लोग फिलहाल जेल में हैं. हत्या के दो दिन बाद आठ मार्च को पहले पुलिस ने लोकेश चौधरी के ड्राइवर शंकर को गिरफ्तार किया था. फिर बॉडीगार्ड सुनील सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जबकि एक अन्य बॉडीगार्ड धर्मेंद्र तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर किया था. दोनों बॉडीगार्ड ने इस मामले में खुलासा किया था कि पैसे को लेकर दोनों भाइयों की हत्या लोकेश चौधरी व एमके सिंह ने की थी. लेकिन रकम कितनी थी, आजतक इसका खुलासा नहीं हो सका है.
बिहार बंगाल और यूपी तक की गई थी छापेमारी
अग्रवाल बंधु हत्याकांड के बाद एसआइटी का गठन किया गया था.एसआइटी ने बिहार, बंगाल और यूपी की कई जगहों पर छापेमारी की थी. बावजूद इसके दोनों मुख्य आरोपितों का लोकेशन तक पुलिस पता नहीं लगा पाई थी. पुलिस सिर्फ इनके रिश्तेदारों के घरों तक पहुंच वापस आ गई थी.
क्या है पूरा मामला
अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित अशोक नगर रोड नंबर-1 में मकान संख्या सी-199 में चल रहे एक निजी चैनल (साधना न्यूज रांची) के दफ्तर में 6 मार्च 2018 की शाम दो सगे कारोबारी भाइयों हेमंत अग्रवाल (36) और महेंद्र अग्रवाल (34) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप निजी चैनल के फ्रेंचाइजी ओनर लोकेश चौधरी पर था. जो घटना के बाद से ही फरार हो गया था. मृतक दोनों भाई एयर कार्गो और सूद पर पैसा लगाने का काम करते थे. परिवार के करीबी सूत्रों के मुताबिक, काले रंग के बैग में करीब 2 करोड़ रुपए रखकर दोनों भाई स्कूटी लेकर घर से निकले थे. जाने से पहले महेंद्र ने अपनी पत्नी बरखा को जल्द घर आने की बात भी कही थी. मूल रूप से धनबाद बैंक मोड़ शास्त्री नगर स्थित बालाजी अपार्टमेंट में रहने वाले अग्रवाल भाई रांची में लालपुर थाना क्षेत्र स्थित शिवम अपार्टमेंट में रह रहे थे.
6 मार्च 2018 की शाम 4 बजे दोनों भाई स्कूटी
जेएच01सीडब्ल्यू-7488 से लोकेश से मिलने अशोक नगर रोड नंबर- एक स्थित न्यूज चैनल के कार्यालय पहुंचे थे. देर रात जब दोनों घर नहीं लौटे तब परिजनों ने लालपुर थाने में दोनों के लापता होने का सनहा दर्ज कराया. रात एक बजे तक पुलिस दोनों को ढूंढ़ती रही, लेकिन सुराग नहीं मिला. 7 मार्च 2018 सुबह पुलिस जब मृतक के बड़े भाई को लेकर न्यूज चैनल के अशोक नगर स्थित कार्यालय पहुंची, तो वहां परिसर में एक कंबल से ढंकी स्कूटी दिखी. जिसके बाद पुलिस घर का ताला तोड़ अंदर घुसी. अंदर जमीन पर दोनों भाई के खून से लथपथ शव पड़े थे।