गिरिडीह में नवजात बदलने का आरोप लगाकर परिजनों ने किया जमकर हंगामा, डॉक्टर ने आरोप को बताई गलत।


गिरिडीह। शहर के बरगंडा-मकतपुर स्थित शिवम नर्सिंग होम प्रबंधन पर नवजात शिशु को बदलने का आरोप लगाकर परिजनों ने नर्सिंग होम में हंगामा करने का प्रयास किया। जिस महिला को बच्चा हुआ, उसके पति कामेशवर मंडल समेत परिवार के अन्य सदस्यों का आरोप था, कि शनिवार की दोपहर ढाई बजे जब उसकी पत्नी रुपा देवी को आॅपरेशन से बच्चा हुआ, तो आॅपरेशन कक्ष से निकली नर्स ने बधाई देते हुए बताया कि रुपा देवी को लड़का हुआ है। जबकि 15 मिनट बाद ही आॅपरेशन थियेटर से बच्चा लेकर बाहर निकली नर्स ने इस दौरान रुपा देवी की सास शकुनी देवी को लड़का के स्थान पर लड़की देने लगी। इसके बाद ही परिजन व पति नर्सिंग होम प्रबंधन पर भड़क उठे। मामला बढ़ने के साथ ही परिजनों ने शिवम नर्सिंग होम पर कई गंभीर आरोप लगा बैठे। इस बीच जानकारी मिलने के बाद परिजनों के पक्ष में भाजपा नेता मिथुन चन्द्रवंशी, संदीप देव और मनीष पाठक भी आएं। तीनों ने परिजनों को शांत कर बातचीत करने का सुझाव दिया। इसके बाद ही माहौल शांत हो पाया। तीनों ने भरोसा दिया कि अब नर्सिंग होम और रुपा देवी के परिजनों के बीच वार्ता के बाद ही मामले को सुलझाया जाएगा। अगर वाकई रुपा देवी को लड़का हुआ है तो फिर लड़की देने की वजह क्या है? लिहाजा, तीनों के समझाने के बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।
शनिवार की शाम को शिवम नर्सिंग होम में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। दरअसल, गिरिडीह के गांडेय थाना क्षेत्र के कोरबंदा गांव निवासी कामवेशवर मंडल अपनी गर्भवती पत्नी रुपा देवी को लिए मां समेत परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शनिवार की सुबह करीब नो बजे शिवम नर्सिंग होम पहुंचा। जहां चिकित्सक डा. इंदिरा सिंह के परामर्श के बाद रुपा देवी को भर्ती कराया गया। भर्ती कराने के साथ ही रुपा देवी के परिजनों को बताया गया कि दोपहर ढाई बजे आॅपरेशन किया जाएगा। इसके बाद ढाई बजे रुपा देवी का आॅपरेशन किया गया। आॅपरेशन के दौरान रुपा देवी की सास शकुनी देवी, पति कामेशवर मंडल समेत परिवार के कई सदस्य बाहर बैठे थे। कुछ देर बाद ही आॅपरेशन थियेटर से निकली नर्स ने कामेशवर मंडल समेत परिवार के सदस्यों को जानकारी दी, कि रुपा देवी को लड़का हुआ है। लिहाजा, सूचना पा कर परिवार वालों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस दौरान 15 मिनट बाद जब आॅपरेशन थियेटर से नवजात को लेकर एक नर्स निकली, और रुपा देवी की सास शकुनी देवी के गोद में देने लगी। गोद में लड़की को देखते ही सब भड़क उठे, और जमकर हंगामा किया। पति कामेशवर मंडल समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने शिवम नर्सिंग होम प्रबंधन पर नवजात बच्चा को बदलने आरोप लगाते हुए नर्सिंग होम प्रबंधन से डीएनए टेस्ट कराने के साथ रुपा देवी को लड़की होने का लिखित देने को कहा। फिलहाल, नर्सिंग होम प्रबंधन और रुपा देवी के परिजनों में वार्ता चल ही रहा था। इधर चिकित्सक डा. इंदिरा सिंह ने आरोप को गलत बताई है।