लोहरदगा:रामनवमी जुलूस पर पथराव,भड़की हिंसा,एक दर्जन बाइक,पिकअप वैन,ठेला आग के हवाले,आठ लोग घायल,तीन रिम्स रेफर,भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

लोहरदगा।झारखण्ड के लोहरदगा जिले से बड़ी खबर आई है।जहां रामनवमी के मौके पर लोहरदगा के हिरही-हेंदलासो-कुजरा गांव की सीमा पर लगने वाले मेले में हिंसा और आगजनी की घटना के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। जानकारी के अनुसार रामनवमी शोभायात्रा में शामिल लोगों पर एक खास समुदाय के लोगों द्वारा पथराव कर दिया गया फिर मेले में पहुंचकर करीब एक दर्जन मोटरसाइकिल और एक पिकअप वैन में आग लगा दिया।वहीं दो घर जलाने को खबर है।वहीं शोभायात्रा में शामिल लोग भी भीड़ गया।घटना में करीब सात से आठ लोग घायल है। तीन लोगों की स्थिति नाजुक है।जिसे रिम्स रेफर किया है।घायल में मनोहर साहू और भोला सिंह की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।अन्य घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है।

तीन लोग गंभीर रूप से घायल:

इस घटना में तीन लोगों को गंभीर चोटें भी आई है. जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. हिरही, कुजरा, भोक्ता बगीचा आदि गांवों में स्थिति तनावपूर्ण बना हुआ है. हालांकि लोहरदगा शहरी क्षेत्र में अब तक स्थिति सामान्य बनी हुई है. पुलिस प्रशासन भड़की हिंसा को रोकने की प्रयास में जुटी हुई है.

इधर मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। लोहरदगा डीसी, एसपी, अभियान डीएसपी, सदर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर कैंप कर रहे हैं। दोनों पक्षों के साथ बातचीत कर सुलह कराने का प्रयास किया जा रहा है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। शोभायात्रा पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है।

घायलों में शंकर भगत, मंटू राम, नागेश्वर पांडेय, भोला नाथ सिंह, आशीष कुमार सिंह, रितिक वर्मा, नीरज चौधरी, मोहन प्रसाद साहू शामिल हैं.

पथराव के बाद दो घरों के साथ मेला में पहुंचे ठेला, मिठाई दुकान और ऑटो तथा बाइक में आग लगा दी गयी. घटना के बाद पुलिस प्रशासन भोक्ता बगीचा में कैंप कर रहा है. पुलिस प्रशासन द्वारा दोनों पक्षों को शांत कराने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है. डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि अभी वह घटनास्थल पर हैं और पूरे घटनाक्रम पर प्रशासन की नजर है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।वहीं राँची से आईजी और डीआईजी के भी पहुँचने की खबर है।

पत्थरबाजी में घायल हुए लोगों ने बताया कि परंपरागत रूप से हेसल कुजरा व कुरसे समेत आसपास के गांव की शोभायात्रा जैसे ही 5.30 बजे कब्रिस्तान पार कर आगे बढ़ने लगी, उसी दौरान पत्थरबाजी कर दी गयी. घायलों ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी के साथ लाठी-डंडे और धारदार हथियार से वार करना शुरू कर दिया. इस घटना के बाद अफरा-तफरी मच गयी. कई लोगों को गंभीर चोट लगी है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स राँची रेफर कर दिया गया। इधर, सदर अस्पताल में घायलों का इलाज डीएस डॉ शंभूनाथ चौधरी द्वारा किया गया