बलि के दौरान बच्चे की मौत,दुर्गा पूजा का उत्साह देखते ही देखते गांव में मातम में बदल गया

गुमला।झारखण्ड के गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के लालपुर गांव में मंगलवार को दुर्गा पूजा के महानवमी के अवसर पर गांव के ही पूजा मंडप में सार्वजनिक रूप से एक के बाद एक बकरे की बलि देने के दौरान बलुवा टूट कर तीन वर्षीय बच्चे विमल उरांव को जा लगा। इससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। बच्चे को इलाज के लिए तत्काल घाघरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस दुःखद हादसे ने दुर्गा पूजा के चटक रंग को फीका कर दिया है। हर कोई सदमे में हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, हर साल की भांति इस साल भी गांव के दुर्गा पूजा मंडप में बकरा की बलि देने का परंपरा को लोगों द्वारा निभाया जा रहा था। दो बकरों की बलि दी जा चुकी थी। तीसरे बकरे की बलि के लिए जब बलुआ से बकरे की गर्दन पर प्रहार किया गया तो बलूवा का बेंत टूट गया। भीड़ में खड़े दीपक उरांव के तीन वर्षीय पुत्र विमल उरांव के गले में जा लगा।

ग्रामीणों के अनुसार, चोट लगने के बाद बच्चा बुरी तरह से तिलमिला उठा। बलि स्थल पर अफरा तफरी मच गई। बच्चे के घर के लोग चीख पुकार करने लगे। बच्चे की जान बचाने के लिए गांव के लोग उसे लेकर घाघरा स्थित सामुदायिक अस्पताल केंद्र जाने लगे। बच्चे के घर के लोग भी साथ में मौजूद थे। लेकिन बच्चे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। उसकी मौत के बाद घरवालों बिलख बिलखकर रोने लगे। दुर्गा पूजा का उत्साह देखते ही देखते गांव में मातम में बदल गया। लोग इस अशुभ घटना को लेकर गांव में तरह तरह की चर्चाएं करने लगे हैं।

वहीं,सूचना मिलने के बाद घाघरा थाना प्रभारी अमित चौधरी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। पुलिस ने बच्चे के शव को अपने कब्जे में ले लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा कि इस मामले की छानबीन की जा रही है। हादसे में मासूम बच्चे की मौत दुखद है।

इधर घटना के बाद से पूरे गांव में मातम का छा गया है। वहीं मृतक विमल उरांव की माँ बिरसी देवी और पिता दीपक उरांव पूरा सहित पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।