संतोष मांझी हत्याकांड:मुख्य साजिशकर्ता को शक था कि उसकी पत्नी से है सम्बंध,राँची से शूटर बुलाकर करवा दी हत्या,शक,साजिश और हत्या का हुआ पर्दाफाश,चार अपराधी गिरफ्तार…

लोहरदगा।झारखण्ड के लोहरदगा पुलिस ने संतोष मांझी हत्याकांड का खुलासा करते हुए चार अपराधियों को दबोचा है। शक, साजिश और हत्या की यह कहानी जिले के कुडू थाना क्षेत्र की है।कुडू थाना क्षेत्र के कुडू बाजार टांड़ में विगत चार फरवरी 2024 को कुडू पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य संतोष मांझी की हत्या कर दी गई थी।एसपी द्वारा गठित एसआईटी ने मामले में चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि घटना में शामिल दो अपराधी अभी भी फरार हैं।जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है।

बताया गया कि एक संदेह ने साजिश की इस घटना को जन्म दिया और ताबड़तोड़ चार गोलियां चला कर पूर्व पंचायत समिति सदस्य की हत्या कर दी गई थी। हत्या के मास्टरमाइंड को संदेह था कि उसकी पत्नी और संतोष मांझी के बीच संबंध है। इसके बाद उसने उसकी हत्या करवा दी हत्याकांड के बाद एसपी हारिस बिन जमां ने फौरन एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी ने मामले में छानबीन की और आरोपियों को धर दबोचा।

हत्या की इस घटना में लोहरदगा जिले के कुडू थाना क्षेत्र के कुडू निवासी युवराज प्रसाद के पुत्र सत्यजीत कुंदन,लातेहार जिला के चंदवा थाना क्षेत्र के बरवाटोली निवासी दिवंगत नागेंद्र भारती का पुत्र रितेश कुमार भारती,राँची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के हरमू रोड बाल्मिकी नगर निवासी दिवंगत मनोहर राम पवार का पुत्र विजय राम पवार और जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पुंदाग ओपी क्षेत्र निवासी अमन सिंह को गिरफ्तार किया गया है।वहीं एक अपराधी जो पुंदाग इलाके का ही है,फरार है। पुलिस ने अपराधियों के पास से चार मोबाइल,एक मोटरसाइकिल, एक कार, पांच हजार रुपए कैश बरामद किया है।

प्रेसवार्ता में एसपी ने बताया कि हत्याकांड का मास्टरमाइंड सत्यजीत कुंदन था।उसने आपसी विवाद में हत्या की साजिश रची थी। उसे संदेह था कि उसकी पत्नी और मृतक संतोष मांझी के बीच संबंध है। इसे लेकर उसने हत्या की साजिश रची थी। वहीं रितेश ने संतोष की रेकी की थी, जबकि विजय राम और अमन सिंह ने गोली मारी थी।इस घटना में दो और अपराधी शामिल थे। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

एसआईटी में सहायक पुलिस अधीक्षक वेदांत शंकर, एसडीपीओ श्रद्धा केरकेट्टा, पुलिस अवर निरीक्षक सह लोहरदगा थाना प्रभारी अनिल उरांव, कुडू थाना प्रभारी विश्वजीत कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक धनंजय पासवान, महिला पुलिस अवर निरीक्षक तकनीकी शाखा होलिका तिग्गा, पुलिस अवर निरीक्षक दिनेश प्रसाद, सहायक अवर निरीक्षक संजय कुमार, संजय कुमार सिंह, आरक्षी आशुतोष कुमार सिंह, प्रशांत गौरव, राजेश उरांव, राजेश उरांव, चालक आरक्षी विनोद कुमार सिंह, जावेद अख्तर, गृहरक्षक नीरज कुमार मिश्रा, चालक आरक्षी निर्मल मार्शल मिंज, आरक्षी राजू महतो, विपिन हजाम, तकनीकी शाखा के ललित उरांव, कौशल यादव शामिल थे।

गौरतलब हो कि कुडू पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य संतोष मांझी की हत्या के बाद लोहरदगा के साथ पूरे झारखण्ड की राजनीति गरमा गई थी। आक्रोशित लोगों ने साढ़े छह घंटे तक लोहरदगा में सड़क जाम कर दिया था। मामले में झारखण्ड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी।