रूपा तिर्की मौत मामला:साहेबगंज डीएसपी पहुँचे रूपा के माता पिता का बयान लेने,परिजनों और स्थानीय लोगों ने की नारेबाजी,कहा-एसआईटी जांच नहीं सीबीआई जाँच कराएं।

राँची।झारखण्ड के चर्चित घटना जो साहेबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत मामले में विरोध प्रदर्शन जारी है।आज साहेबगंज के डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा सोमवार की दोपहर राँची के रातू स्थित रूपा तिर्की के तिलता बगीचा स्थित आवास पहुंचे।पहले तो जैसे ही स्थानीय लोगों को सूचना मिली कि पुलिस पहुँची है स्थानीय लोगो की रूपा तिर्की के घर पास भीड़ जुट गई।और नारेबाजी करने लगा।लोगों का कहना था सीबीआई जांच कराएं।वहीं डीएसपी ने रुपा तिर्की के पिता देवानंद तिर्की, माता पद्मावती उरांव का बयान कलमबद्ध किया। इस दौरान परिजनों ने उनके समक्ष गम और गुस्से का इजहार किया।

इधर डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्र को ग्रामीणों से खरी खोटी सुननी पड़ी।उन्होंने लोगों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया और रूपा के कथित पुलिस मित्र शिव कुमार की गिरफ्तारी की जानकारी दी। लेकिन लोग इससे संतुष्ट नहीं दिखे. वे रूपा की हत्या और इसके बाद उसके शव को रस्सी से बांध पंखे में लटका दिये जाने का आरोप लगा रहे थे।इस पर डीएसपी नेकहा कि पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है।

वहीं डीएसपी ने कहा कि अनुसंधान कार्य में कोई कोताही नहीं की जायेगी।मृतका के पिता देवानंद तिर्की व मां पद्मावती उरांव समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने डीएसपी से कई सवाल किये तथा सीबीआई जांच कराने की मांग की जैसे ही वह बाहर निकले, वहां सैकड़ों की संख्या में मौजूद स्थानीय ग्रामीणों का उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा।लोग एसआईटी जांच को खारिज करते हुये सीबीआई से घटना की जांच कराने की मांग कर रहे थे।

बता दें कि महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत मामले में उसके कथित प्रेमी चाईबासा में एएसआइ शिव कुमार कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद देर शाम उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. पुलिस के हाथ लगे ऑडियो से पूरे मामले का खुलासा हो गया. इस संबंध में रविवार को एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का उद्भेदन करने का दावा करते हुए बताया कि तीन मई को रूपा ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले को लेकर डीएसपी मुख्यालय संजय कुमार के नेतृत्व में गठित जांच टीम ने गहन अनुसंधान कर रिपोर्ट सौंपी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि रूपा अपने एक मित्र शिव कुमार कनौजिया, जो चाईबासा में पदस्थापित है, उससे प्रेम करती थी. दोनों के बीच उत्पन्न विवाद के कारण रूपा तिर्की ने आत्महत्या कर ली।