Ranchi:धार्मिक झंडे पर गाड़ीगांव में बवाल हो गया था,उग्र भीड़ ने दंपती को पूरे इलाके में घुमाया,अनहोनी की आशंका पर बंद हो गईं थी दुकानें….

 

राँची।धार्मिक झंडे को लेकर राजधानी राँची के खेलगांव थाना क्षेत्र के गाड़ीगांव में सोमवार की सुबह बवाल हुआ। एक पक्ष के लोगों ने धार्मिक झंडे का अपमान करने का आरोप लगाकर एक दंपती को घर से बाहर निकाला और उसे पूरे इलाके में घुमाया। इसके बाद दंपती से ही उस झंडे को निर्धारित धार्मिक स्थल पर स्थापित कराया। साथ ही चेतावनी दी कि आगे से इस तरह की गलती की तो अंजाम बुरा होगा।

इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद खेलगांव और सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित भीड़ को समझाया। इलाके में शांति के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। उस दौरान क्षेत्र की दुकानें भी व्यवसायियों ने बंद कर दी। पुलिस ने इस मामले में सुलह करने के लिए दोनों पक्षों को खेलगांव थाना परिसर में मंगलवार को बुलाया, लेकिन पीड़ित पक्ष के ही लोग पहुंचे। आरोपी पक्ष की ओर से कोई भी नहीं पहुंचा। इस बैठक में सिर्फ एक पक्ष के ही लोग पहुंचे।

बता दें दंपती को घुमाने के दौरान भीड़ ने मोहल्लों के नाम लिखे बोर्ड को भी लाल और काले पेट से मिटा दिया। हालांकि ऐसा हरकत किसने की, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। भीड़ को उग्र देख सजग लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

दरअसल, रोड किनारे पर धार्मिक झंडा गिरा था। मॉर्निंग वॉक पर निकली महिला की नजर जब उस पर पड़ी तो वह उसे घर ले आई। किसी ने यह अफवाह फैला दी कि धार्मिक झंडा उखाड़ा गया है। इस बीच भीड़ जुटी और महिला के घर पहुंच गई। उसे और उसके पति को बाहर निकाल धार्मिक झंडे के साथ पूरा मोहल्ला घुमाया। इसके बाद चिन्हित धार्मिक स्थल पर उसी महिला के हाथों उस झंडे को रखवाया। इस बीच दंपति के पक्ष में काफी लोग जुट गए। इसी बीच पुलिस पहुंची और समझा-बुझाकर सबको शांत कराया।दम्पति का कहना था धार्मिक झंडा सड़क पर गिरा था उसे सम्मान से उठाकर लाकर रख दिये तो इसमें गलती क्या हो गई।कुछ लोग इसे अपमान समझ रहे हैं।

“एक धार्मिक झंडे पर लोगों को गलतफहमी हो गई थी। दोनों पक्ष ने आपस में बैठकर मामला सुलझा लिया है। फिलहाल पुलिस भी पूरे मामले पर नजर रख रही है। किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं है।”-राजकुमार मेहता,सिटी एसपी राँची।