Ranchi:विधानसभा घेराव करने पहुँची पोषण सखी की महिलाओं और पुलिस में झड़प,प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने महिला इंस्पेक्टर का बाल पकड़ कर घसीटा,पुलिस ने कई महिलाओं को हिरासत में लिया

राँची।राजधानी राँची में विधासनभा का घेराव करने जा रही झारखण्ड राज्य एकीकृत पोषण सखी संघ के बैनर तले राज्यभर की सैड़कों महिलाओं और पुलिस में झड़प।प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने सुखदेवनगर नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर ममता कुमारी से बहस के बाद एक महिला ने थप्पड़ मार दी और बाल पकड़ कर घसीटने लगी।बीच बचाव में कई पुलिसवाले दौड़े और उसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने दिखाई सख्ती।प्रदर्शन कर रही महिलाओं को दौड़ा दौड़ाकर पीटा।जिसमें कई महिलाओं को चोटें आई है।पुलिस ने कई महिलाओं को हिरासत में भी लिया है।

दरअसल विधानसभा घेराव करने पहुँची पोषण सखी की महिला प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने सोमवार को जगन्नाथपुर चौक के पास रोक दिया। इसके बाद महिलाओं ने बैरिकेडिंग के पास जमकर हंगामा किया। सरकार और प्रशासन के खिलाफ महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की। मौजूद पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को बैरिकेडिंग स्थल से हटाना चाह रही थी। लेकिन महिलाएं विधानसभा घेराव करने पर अड़ीं थी और बैरिकेडिंग के पास ही प्रदर्शन कर रहीं थी।महिला पुलिस अधिकारी का बाल पकड़ कर खींचते हुए प्रदर्शनकारी महिलाएं

इधर सूचना मिलने पर सिटी एसपी सौरभ सहित कई डीएसपी और थाना प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। इसी बीच महिलाओं ने बैरिकेडिंग गिरा दिया। इसके बाद महिला प्रदर्शनकारी पुलिस के साथ उलझ गईं। दोनों के बीच बकझक हुई। धक्का-मुक्की होने के बाद हाथापायी शुरू हो गई। इसी बीच महिला प्रदर्शनकारियों ने वहां मौजूद थाना प्रभारी को थप्पड़ जड़ दिया और उनका बाल पकड़ कर घसीट दिया। मामला गरमा गया।मौजूद पुलिसकर्मी आक्रोशित हो गईं। प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। इससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना में आधा दर्जन से ज्यादा प्रदर्शन कर रही महिलाएं घायल हो गईं। वहीं पुलिस ने कई महिलाओं को गिरफ्तार कर कैंप जेल ले गई। करीब ढाई घंटे तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को धरना स्थल के पास ले गई।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महिला थाना में महिला इंस्पेक्टर मामला दर्ज कराने पहुँची थी।वहीं सूत्रों की माने तो मामला दर्ज नहीं भी हो सकता है। पुलिस इस मामले को ज्यादा तूल नहीं देना चाह रहे हैं।वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई होगी।

सुबह दस बजे पहुंच गई थी सखियां

विधानसभा का घेराव करने के लिए पोषण सखियां सुबह दस बजे से ही जुटने लगी थी। करीब साढ़े दस बजे बड़ी संख्या में महिलाएं जमा हो गईं। जब पुलिस उन्हें हटाने का प्रयास की तो सखियों ने कहा कि वह जगन्नाथपुर मंदिर में पूजा करने के लिए जा रही हैं। इसके बाद सखियों ने जगन्नाथपुर मंदिर के मार्ग को जाम कर दिया। पुलिस उन्हें हटाने लगी। पुलिस महिलाओं को जगन्नाथपुर चौंक तक लायी। इसके बाद महिलाओं ने हंगामा शुरू किया। दिन के साढ़े बारह बजे पुलिस ने उन्हें हटाया।

जाम में फंसी मंत्री की गाड़ी

झारखण्ड राज्य एकीकृत पोषण सखी संघ की ओर से जगन्नाथपुर चौक पर हंगामा किया जा रहा था। इसी बीच शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो उसी रास्ते से मंत्री गुजर रहे थे। हंगामा को लेकर मार्ग में जाम लग गया था। उसी जाम में मंत्री की गाड़ी भी फंस गई। तकरीबन दो घंटे बाद जाम किलयर हुआ। फिर मंत्री अपने गणतंव्य तक गए।

पुलिस ने जगह-जगह की थी बैरिकेडिंग

रिंग रोड से विधानसभा तक में सात जगहों पर बैरिकेडिंग लगाए गए थे। हर बैरिकेडिंग पर पुलिस का कड़ा पहरा था। हर जगह डीएसपी स्तर के अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे थे। जबकि जगन्नाथपुर चौक पर सिटी एसपी के अलावा महिला डीएसपी, इंस्पेक्टर, जिला बल व रैफ के जवानों की तैनाती की गई थी। इन बैरिकेडिंग के पास से किसी भी वाहनों को गुजरने नहीं दिया जा रहा था। केवल विधायकों के वाहन पास कर पा रहे थे।

सरकार का रवैया उपेक्षापूर्ण-पोषण सखी

पोषण सखियों का कहना है कि राज्य सरकार हमारे साथ उपेक्षापूर्ण रवैया अपना रही है। सरकार की ओर से पोषण सखी को हटाने की योजना है। जिससे सिर्फ संथाल परगना से करीब 4 हजार आदिवासी पोषण सखी बेरोजगार हो जाएगी। उनका कहना है कि हमलोग ईमानदारी पूर्वक काम करते हुए सरकार की योजनाओं को घर घर पहुंचाने का काम करते है। हमलोगों को न तो कोई सुविधा मिलती है और न ही समय में मानदेय मिलता है। फिर भी हमलोग अपनी सेवा दे रहे है तो सरकार हमारी सेवा नियमित क्यो नहीं करती है। हमारी मांगें है कि सरकार हमे अन्य सरकारी कर्मिर्यों की तरह सभी सुविधाओं के साथ सेवा स्थायी करे। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।