झाविमो ने बन्धु तिर्की के बाद प्रदीप यादव को कहा: गेट आउट

राँची। झाविमो ने विधायक बंधु तिर्की के बाद विधायक प्रदीप यादव को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। प्रदीप यादव पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की गई है। कुछ दिन पहले प्रदीप यादव से इस संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसका जवाब देने के लिए उन्‍हें 48 घंटे का समय दिया गया था। लेकिन प्रदीप यादव ने पार्टी को नाेटिस का जवाब नहीं दिया था।

इसके बाद 6 फरवरी गुरुवार को पार्टी ने प्रदीप यादव के खिलाफ कार्रवाई की। पार्टी के प्रधान महासचिव अभय सिंह ने रांची में एक प्रेस वार्ता में यह जानकारी देते हुए कहा कि प्रदीप यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्‍तता के आरोप में स्‍पष्‍टीकरण देने के लिए 48 घंटे का वक्‍त दिया गया था। लेकिन उन्‍होंने अपना स्‍पष्‍टीकरण नहीं दिया। इसके बाद पार्टी अध्‍यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार अनुशासनात्‍मक कार्रवाई करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्‍यता से निष्‍कासित कर दिया गया।

प्रदीप यादव द्वारा पार्टी विरोधी कार्य: झाविमो

झाविमो नेपार्टी विरोधी कार्य को लेकर प्रदीप यादव को नोटिस जारी किया था। इसमें कहा गया कि पिछले कुछ दिनों से आपके द्वारा पार्टी के खिलाफ विभिन्न समाचार पत्रों में दिए गए बयान पार्टी के अनुशासन के खिलाफ प्रतीत होतेहैं। यहां तक कि पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ भी टिप्पणी की गई है। यह सब दर्शाता है कि आप पार्टी के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं और आप कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं।

भाजपा में झाविमो के विलय की बढ़ते कदम

विधायक बंधु तिर्की और प्रदीप यादव पर की गई कार्रवाई को अब झाविमो का भाजपा में विलय की कवायद से जोड़ कर देखा जा रहा है। झारखंड विधानसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी समेत पार्टी के तीन विधायकों ने जीत दर्ज की थी। इसमें बंधु तिर्की और प्रदीप यादव शामिल हैं। बंधु को पार्टी ने 21 जनवरी को ही निष्कासित कर दिया था।

देवघर में बाबूलाल मरांडी के पुतला फूंकने के कारण तीन नेता पार्टी से निष्कासित

देवघर में झाविमाे के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के भाजपा में विलय और प्रदीप यादव काे नाेटिस जारी करने के विराेध में मरांडी का पुतलाजला दिया था। इस पर नागेश्वर सिंह, दिनेश मंडल और मनिकांत यादव काे झाविमो से निष्कासित कर दिया गया।