नई दिल्ली:वित्तमंत्री ने 5वीं बार प्रेस कांफ्रेस कर दी राहत पैकेज की जानकारी,पांचवीं किस्त जारी,जानें किसे क्‍या मिला..

राहत पैकेज की पांचवीं किस्त जारी, जानें किसे क्‍या मिला

नई दिल्ली।कोरोना संकट के आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने 12 मई को 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी। पीएम मोदी ने साथ ही कहा था कि इस पैकेज पर जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देंगी। इस पैकेज पर जानकारी देने के लिए आज वित्त मंत्री ने लगातार पांचवें दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

यह लगातार पांचवां दिन है जब निर्मला सीतारमण ने राहत पैकेज पर प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की है। निर्मला सीतारमण शुरुआती 4 दिनों तक शाम चार बजे मीडिया से मुखातिब हो रही थीं लेकिन आखिरी प्रेस कॉन्‍फ्रेंस सुबह 11 बजे के लिए रखा गया था।

निर्मला सीतारमण ने बताया कि प्रेस कॉन्‍फ्रेंस लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ पर फोकस होगा।

वित्त मंत्री र्मला सीतारमण MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) को राहत देते हुए कहा कि कोरोना संकट काल में अगले एक साल तक किसी के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू नहीं की जाएगी। दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने के लिए कर्ज की सीमा 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 1 करोड़ कर दी गई है।

साथ ही वित्त मंत्री ने बताया कि जरूरतमंद छात्र जिनपर इंटरनेट नहीं है वे स्वंय प्रभा डीटीएच सेवा से पढ़ सकते हैं। फिलहाल ऐसे तीन चैनल, इसमें 12 नए चैनल जुड़ेगे। इसके अलावा दीक्षा के जरिए ई-कॉन्टेंट मुहैया करवाया जाएगा। मनोदर्पण नाम से एक कार्यक्रम चलाया जाएगा। वहीं वन क्लास, वन चैनल के तहत पहली से 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ने का नया तरीका दिया जाएगा। रेडियो, कम्यूनिटी रेडियो से भी पढ़ाई में मदद ली जाएगी। दिव्यांगों के लिए विशेष शिक्षा सामग्री तैयार की जाएगी। 100 टॉप यूनवर्सिटीज को ऑनलाइन पढ़ाई की इजाजत दी गई है।

साथ ही वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने कहा कि हेल्‍थ सेक्‍टर में बदलाव करते हुए पब्‍लिक हेल्‍थ के निवेश को बढ़ाया जाएगा। ऐसी क्षमता तैयार की जाएगी जिससे आपात स्थिति में भी हम लड़ने को तैयार होंगे। जिला स्तर के अस्‍पताल में इंफेक्शन से होनेवाली बीमारी से लड़ने की तैयारी होंगी। देशभर में लैब नेटवर्क मजबूत किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में हर ब्लॉक में पब्लिक हेल्थ लैब बनाई जाएंगी।

वित्त मंत्री ने बताया कि मनरेगा के तहत आवंटित रकम में 40 हजार करोड़ रुपये का इजाफा किया गया है। इससे प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिलेगा। मनरेगा के तहत पहले बजट अनुमान 61 हजार करोड़ था।

अबतक कैसे पहुंचाई मदद

16 मई तक पीएम किसान निधि के तहत 8.19 करोड़ किसानों तक मदद पहुंचाई गई है। हर किसान को 2,000 रुपये मिलते हैं।
NSAP के तहत, पहली किश्‍त 1,405 करोड़ रुपये की, दूसरी 1,402 करोड़ रुपये की दी गई है। 3,000 करोड़ रुपये का टारगेट लगभग पूरा।

पीएम गरीब कल्‍याण योजना के तहत 20 करोड़ महिलाओं के जन-धन खातों में पैसे डाले गए हैं। कुल 10,025 करोड़ रुपये खातों में भेजे गए।
कंस्‍ट्रक्‍शन वर्कर्स को 3,950 करोड़ रुपये दिए गए हैं। 2.2 करोड़ वर्कर्स को मदद पहुंची है।
उज्‍ज्‍वला योजना के तहत 6.81 करोड़ सिलिंडर्स मुफ्त दिए गए हैं।
श्रमिकों के लिए रेल यात्रा का 85 फीसद खर्च केंद्र ने उठाया। भोजन भी केंद्र ने दिया।
EPFO योजना के 12 लाख लाभार्थी हैं। EPF से 3,660 करोड़ रुपये निकाले गए हैं।

राहत पैकेज की चौथी किस्त की बड़ी बातें…

मोदी ने कहा था कि जान है तो जहान है- निर्मला सीतारमण

सरकार गरीबों को तुरंत आर्थिक मदद पहुंचा रहे हैं, खाना पहुंचा रहे हैं- निर्मला सीतारमण

सबके खाते में सीधा पैसा पहुंचाकर मदद की जा रही है। ऐसा डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) की मदद से हो पा रहा है- निर्मला सीतारमण

कुल 20 करोड़ जनधन खातों में 10,225 करोड़ रुपये डाले गए- निर्मला सीतारमण

8.19 करोड़ किसानों के खाते में रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। इसमें 16 हजार 394 रुपये खर्च हुए- अनुराग ठाकुर

25 करोड़ लोगों को मुफ्त में गेंहूं-चावल दिए गए- अनुराग ठाकुर

प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए श्रमिक ट्रेनें चलाई गई हैं। जिस राज्य ने जितनी ट्रेन मांगी उतनी दी गईं। इसका 85 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार ने उठाया- अनुराग ठाकुर

मनरेगा के लिए अतिरिक्त 40 हजार करोड़ रुपये का ऐलान-निर्मला सीतारमण

भारत अब एक दिन में 3 लाख से ज्यादा पीपीई और एन95 मास्क बना रहा है। कोरोना काल में 11.08 हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन टैबलेट बनाई गई हैं-निर्मला सीतारमण

जरूरतमंद छात्र जिनपर इंटरनेट नहीं है वे स्वंय प्रभा डीटीएच सेवा से पढ़ सकते हैं। फिलहाल ऐसे तीन चैनल, इसमें 12 नए चैनल जुड़ेगे-निर्मला सीतारमण

सरकार स्वास्थ्य व्यय बढ़ाएगी। जिला स्तर के हॉस्पिटल में इंफेक्शन से होनेवाली बीमारी से लड़ने की तैयारी होंगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में हर ब्लॉक में पब्लिक हेल्थ लैब बनाई जाएंगी- निर्मला सीतारमण

MSME पर दिवालियापन के तहत कार्रवाई न हो ऐसे में सीमा एक लाख से एक करोड़ की गई। कोरोना वायरस की वजह से कर्ज में आईं कपंनी को डिफॉल्ट नहीं माना जाएगा- निर्मला सीतारमण

दीक्षा के जरिए ई-कॉन्टेंट मुहैया करवाया जाएगा। वन क्लास, वन चैनल (पहली से 12वीं) की शुरुआत की जाएगी। रेडियो, कम्यूनिटी रेडियो से भी पढ़ाई में मदद ली जाएगी। दिव्यांगों के लिए विशेष शिक्षा सामग्री तैयार की जाएगी।

100 टॉप यूनवर्सिटीज को ऑनलाइन पढ़ाई की इजाजत दी गई है। मनोचिकित्सा हेल्प मनोदर्पण नाम से प्रोग्राम चलाया जाएगा- निर्मला सीतारमण
कंपनी ऐक्ट में बदलाव किए गए। CSR, बोर्ड रिपोर्ट की कमी, फाइलिंग में चूक को अपराध की सूचि से हटाया गया- निर्मला सीतारमण

राज्य के सकल घरेलू उत्पाद(जीएसडीपी) को 3 से बढ़ाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है- निर्मला सीतारमण