लापरवाही:ट्रेन में सफर कर रही महिला को रेलवे स्टेशन पर हुई प्रसव पीड़ा,न डॉक्टर आये और न एम्बुलेंस,आधा घन्टे तक तड़पती रही,टैम्पू से अस्पताल ले जाने के दौरान नवजात बच्चे की मौत

राँची।हटिया रेलवे स्टेशन पर एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई,और राँची रेलवे स्टेशन पर महिला को उतारा गया।दुःख की बात ये है कि घोर लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई है।लेकिन उसे तत्काल इलाज की जरूरत थी,मौके पर रेलवे के डॉक्टर नहीं पहुँचे और न ही सही समय पर इलाज हो पाई।रेलवे स्टेशन पर जरूरी इलाज ना होने से ही बच्चे की मौत बताया जा रहा है।वहीं महिला स्वस्थ हैं।उसके साथ उसका पति भी साथ मे हैं।सही समय पर स्टेशन पर इलाज या एम्बुलेंस से अस्तपाल ले जाता तो शायद बच्चे की जान बच जाती।

बताया जा रहा है कि चेन्नई से धनबाद जा रही महिला को यात्रा के दौरान हुआ प्रसव पीड़ा।महिला एलेप्पी -धनबाद एक्सप्रेस से कर रही थी यात्रा।अचानक हटिया स्टेशन पर शुरू हुई प्रसव पीड़ा।आरपीएफ ने राँची रेलवे स्टेशन पर महिला को ट्रेन से उतारा। उसे अस्पताल भेजने के लिए महिला को जब रेलवे की महिला पुलिसकर्मी द्वारा स्टेशन से बाहर लाया।वहीं इमर्जेंसी सेवा के लिए खड़ी एंबुलेंस के पास लाया तो ड्राइवर नहीं था।उसके बाद टेंपो के माध्यम से महिला को भेजा गया रिम्स।बताया जा रहा ऑटो में महिला ने बच्चे को जन्म दी और बच्चे की मौत हो गई है।इधर नवजात की हुई मौत से महिला और उसका पति बहुत दुखी है।महिला का नाम काजल है और नवादा की रहने वाली है।

इधर रेलवे पुलिस का कहना :आरपीएफ के पोस्ट इंस्पेक्टर के निर्देश पर मेरी सहेली की टीम ने गर्भवती महिला यात्री को एक स्ट्रेचर की सहायता से नीचे उतारा।महिला की स्थिति नाजुक होती जा रही थी।जब काफी देर होने पर भी एंबुलेंस और चिकित्सक नहीं आए तो उस महिला को मेरी सहेली टीम की एलसी मंजू कुजूर और शारदा चौधरी ने किराये ऑटो से ले जाकर उसे रिम्स में भर्ती कराया। साथ में इंस्पेक्टर सुनीता पन्ना और एसआई प्रियंका कुमारी भी मदद के लिए रिम्स तक गयीं।लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी, प्रसव में उस महिला ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया।रिम्स के चिकित्सक ने महिला की स्थिति को खतरे से बाहर बताया।

वहीं महिला यात्री ने बताया कि वह बिहार के नवादा की रहनेवाली है. वह अपने पति और छोटे बच्चे के साथ चेन्नई से धनबाद के लिए कोच संख्या स्लीपर के 11 नंबर कोच में सीट नंबर 58 और 64 सीट पर सफर कर रहे थे। उसने यह भी बताया कि उसे प्रसव पीड़ा हो रही थी।ट्रेन जब राँची स्टेशन आने वाली थी,उसकी हालत ज्यादा खराब होने लगी. तब उसे साथ उसके पति और तीन साल के बच्चे के साथ उसे राँची स्टेशन उतारा गया।पर समय पर मदद नहीं मिलने से मेरा बच्चे ने दम तोड़ दिया।