Jharkhand:हजारीबाग पुलिस के समक्ष दो महिला नक्सली समेत तीन सक्रिय नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

हजारीबाग।झारखण्ड के हजारीबाग पुलिस को आज एक बड़ी सफलता मिली है जिले में पहली बार नक्सली संगठन के सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया है।बताया गया कि भाकपा माओवादी संगठन के 3 सदस्य उषा किस्को उर्फ फुलमनी उर्फ उषा संथाली, सरिता सोरेन उर्फ ममता संताली, अर्जुन सोरेन ने आत्मसमर्पण किया।

हजारीबाग के समाहरणालय के एसपी सभागार में आत्मसमर्पण का कार्यक्रम चला।इसमें जिले के उपायुक्त आदित्य कुमार रंजन, जिले के एसपी कार्तिक एस, सीआरपीएफ के पदाधिकारी और जिला पुलिस के सदस्य उपस्थित थे।आत्मसमर्पण करने वालों में उषा किसको पर ₹100000 का इनाम भी घोषित था।उषा हजारीबाग बोकारो,चतरा के सीमांत क्षेत्रों में लगातार सक्रिय थी। 2009 में उसने संगठन से जुड़ी थी और दर्जनों कांडों में शामिल रही।लंबे समय से पुलिस को इसकी तलाश थी।

वहीं दूसरी सरिता संथाली 2015 से माओवादी संगठन से जुड़ी थी. इस पर भी लगभग आधा दर्जन मामले हजारीबाग और चतरा जिले में विभिन्न थानों में दर्ज है।वहीं तीसरे सदस्य नागेश्वर गंजू 2018 से सक्रिय माओवादी सदस्य है इस पर भी हजारीबाग चतरा और बोकारो के कई मामलों दर्ज है।

आज एक बेहतर पहल हुई है-एसपी

मीडिया से बातचीत करते हुए एसपी कार्तिक एस ने कहा कि वे लगातार प्रयासरत हैं कि नक्सली मुख्यधारा की ओर लौटे आत्मसमर्पण करें।उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं तो ठीक है। उन्हें सरकार की ओर से पुनर्वास नीति के तहत हर तरह की सहायता दी जाएगी।और यदि वह समर्पण नहीं करते हैं।तो फिर गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहें।उन्होंने कहा कि आज एक बेहतर पहल हुई है। और इस पहल के बाद और नक्सली आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित होंगे .इस अवसर पर उन्होंने वापस आओ लाइफ बनाओ का नारा भी दिया और एक सीडी भी जारी की जिसमें नक्सलियों से मुख्यधारा में रखने की लौटने की अपील की गई है।