#JHARKHAND:साहेबगंज में अपहरण कर व्यवसायी की हत्या मामला,नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी संगठन के सरगना रहे रोहित मुर्मू की बहन पूजा सहित चार लोगों को पकड़ा है।

साहेबगंज।बोरियो थाना रोड से अपहृत अनाज व्यवसायी अरूण कुमार साह की 28 जून को हत्या कर दी गयी।व्यवसायी की अपहरण के बाद हत्या के पीछे नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी के हाथ सामने आया है।इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी संगठन के सरगना रहे रोहित मुर्मू की बहन पूजा सहित चार लोगों को पकड़ा है।

बताया जा रहा है कि पूजा ही व्यवसायी अरुण साह को घर से बुलाकर अपने साथ लेकर गयी थी।व्यवसायी अपहरण कांड में नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी संगठन के कई लोग शामिल हैं. जो असम के रहने वाले हैं इस घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी संगठन का रोहित जेल में है बंद।नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी संगठन का सरगना रोहित देशद्रोह के आरोप में जेल में बंद है।रोहित के जेल जाने के बाद संगठन की कमान उसके रिश्तेदारों के हाथ में है. बताया जा है व्यवसायी अरूण कुमार साह युवक और युवतियों को दिल्ली ले जाकर नौकरी दिलाने का काम करता था।इसी दौरान उसकी पहचान रोहित की बहन पूजा से हुई थी. पूजा उसे इसी बहाने अपने साथ बुलाकर ले गयी थी।

साहिबगंज व पाकुड़ जिले में अपनी सक्रियता बढ़ा रहा संगठन,लंबे समय के बाद एक बार फिर से साहिबगंज और पाकुड़ जिले में नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है. जानकारी के मुताबिक, साहिबगंज जिले के बोरियो, बरहेट और रांगा थाना क्षेत्र और पाकुड़ जिले लिट्टीपाड़ा, अमरापाड़ा और हिरणपुर थाना क्षेत्र में नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है. पाकुड़ के तत्कालीन एसपी शैलेंद्र वर्णवाल ने नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी गिरोह का पता लगा लिया था।उन्होंने इस गिरोह में शामिल लोगों पर कारवाई भी शुरू की थी. लेकिन इसी दौरान शैलेंद्र वर्णवाल का तबादला हो गया।

बीते 7 जून को बोरियो थाना की पुलिस ने तीन अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. इन तीनों अपराधियों में शामिल एक अपराधी का संबंध नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी से था. और उसने इस बात को स्वीकार भी किया था।जानकारी के अनुसार, नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी की सबसे अधिक गतिविधियां झारखण्ड के साहिबगंज में देखी गयी हैं।साहेबगंज में रांगा इलाके के सैकड़ों लोग असम में मजदूरी करते हैं. लॉकडाउन में घर लौटे प्रवासी मजदूरों की गतिविधियां संदिग्ध हैं. क्योंकि इन प्रवासियों का संबंध इस संगठन से बताया जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक,असम के पांच उग्रवादी संगठन आदिवासी पीपल्स आर्मी, आदिवासी कोबरा मिलिटेंट्स ऑफ असम, बिरसा कमांडो फोर्स, संथाली टाइगर फोर्स और आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी के लोगों ने मिलकर नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी बनायी है. इस संगठन का उद्देश्य अब संथाल परगना में अलगाववाद पैदा करना है.

अपहृत व्यवसायी की गोली मारकर की गयी थी हत्या
बोरियो थाना रोड से अपहृत अनाज व्यवसायी अरूण कुमार साह की हत्या कर दी गयी है. अरुण कुमार का शव रविवार की सुबह बोरियो थाना क्षेत्र की तेलो पंचायत में खुले मैदान में पड़ा मिला. अरुण की आंख पर पट्टी बंधी हुई थी।

गौरतलब है कि बीते 20 जून को अपराधियों ने अरुण कुमार साह का अपहरण कर लिया था. जिसके बाद 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी थी. फिरौती नहीं मिलने और पुलिस का दबाव बढ़ने के बाद अपराधियों ने अरुण कुमार साह की गोली मारकर हत्या कर दी।