JHARKHAND:पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री से पुलिस द्वारा पूछताछ की सूचना है,मामला 2016 के राज्यसभा चुनाव से जुड़ा है।

राँची।झारखण्ड राज्य सभा चुनाव 2016 में भाजपा कें पक्ष वोट देने के लिए कांग्रेस विधायक निर्मला देवी पर दबाव बनाने का मामला आया था। मामला सामने आने के बाद काफी हंगमा हुआ था।मामला चुनाव आयोग तक पहुंचा था उसके बाद चुनाव आयोग के हस्तक्षेप के बाद फिर मामला जगरनाथपुर थाना में दर्ज हुआ था। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस मामले में शुक्रवार 12 जु को पूर्व विधायक निर्मला देवी से जगरनाथपुर थाना पुलिस ने पूछताछ की।वहीं जेल में बंद पूर्व मंत्री योगेन्द्र साहू से भी कोर्ट के आदेश लेकर जेल में पूछताछ की सूचना है।सूचना है पुलिस ने निर्मला देवी से करीब 2 घण्टे पूछताछ की है।निर्मला देवी से उस मूल यंत्र की मांग की गई जिससे उन्हें फोन कर वोट देने के लिए धमकी दी गई थी।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जेल में पूछताछ में योगेन्द्र साहू से भी उस मूल यंत्र की मांग की है,योगेन्द्र साहू ने मूल यंत्र पर कोई जानकारी नहीं दी है।पुलिस द्वारा मूल यंत्र की मांग इसलिए की गई है ताकि उसकी फॉरेंसिक जांच कराई जा सके। जिससे यह पता लगे की वोट देने के लिए निर्मला देवी पर दबाव बनाया गया था या नहीं।

क्या था मामला

2016 के राज्य सभा चुनाव में आरोप था कि तत्कालीन सरकार में स्पेशल ब्रान्च के एडीजी अनुराग गुप्ता द्वारा उन्हें फोन पर वोट देने के लिए धमकाया था।इस मामले में अनुराग गुप्ता के ऊपर धमकी देने का आरोप लगाया गया था।
निर्वाचन आयोग की जांच और निर्देश के बाद 29 मार्च 2018 काे राँची के जग्गनाथपुर थाना में गुप्ता के खिलाफ आईपीसी की धारा 171 बी और 171 सीएफआईआर दर्ज है। चुनाव आयोग ने एफआईआर करने के अलावा एडीजी अनुराग गुप्ता के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही चलाने का भी निर्देश दिया था।जिससे वर्तमान सरकार ने इसी मामले में अनुराग गुप्ता निलंबित कर दिया है।

बता दें इससे पहले भी पुलिस जांच में इस मामले में कोई खास नहीं निकला था।पुलिस के रिपोर्ट में फोन पर धमकाने का मामला जांच में सही साबित नहीं हुआ था।इसी बीच राज्य सरकार की ओर से कहा गया चूंकि जांच एक बड़े अधिकारी का हो रहा है इसलिए राज्य सरकार ने एडीजी को सस्पेंड कर दिया है।अब इस बार जांच में क्या निकलता है।आगे पता चलेगा लेकिन इस विवाद में भी राजनीति बहुत हुई है।