पलामू के पांकी हिंसा मामले में 13 गिरफ्तार,100 नामजद सहित 1000 अज्ञात पर मामला दर्ज,19 फरवरी तक इंटरनेट ठप..

पलामू।झारखण्ड के पलामू जिले के पांकी में महाशिवरात्रि पर तोरणद्वार निर्माण को लेकर हुई हिंसा मामले में पुलिस ने दोनों समुदायों के एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।वहीं 100 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है,जबकि 1000 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। वीडियो और फोटो के आधार पर पुलिस का छापामारी अभियान जारी है।इधर इंटरनेट सेवा 19 फरवरी तक ठप रहेगी। प्रशासन ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है।जिले के पांकी मुख्यालय में दो समुदायों के बीच 15 फरवरी को झड़प हो गयी थी। विवाद के बाद मारपीट हुई और दोनों तरफ से पत्थरबाजी की गयी।सड़क पर काफी मात्रा में पत्थर बिखरा हुआ था।इस घटना में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आलोक कुमार टूटी सहित एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। इसमें आईआरबी के जवान और पुलिस कर्मी भी शामिल हैं।

100 लोग पर नामजद और 1000 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज किया है।वहीं मामाले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुखिया पति समेत 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है,वहीं बाकी उपद्रवियों की धड़-पकड़ को लेकर छापेमारी की जा रही है।

इधर पांकी हिंसा मामले को लेकर पलामू जोनल आईजी राजकुमार लकड़ा के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया।फ्लैग मार्च में डीसी ए दोड्डे, एसपी चंदन सिन्हा समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। जहां घटना घटी थी, वहां से लेकर पांकी के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी।इस दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों से शांति बनाए रखने की अपील की गई।फ्लैग मार्च निकालने से पहले डीसी ए दोड्डे और एस चंदन सिन्हा ने पांकी थाना में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना की पूरी जानकारी दी। बताया कि मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं 100 नामजद समेत 1000 से अधिक अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है।डीसी की अनुशंसा पर पूरे पलामू में इंटरनेट सेवा को 19 फरवरी सुबह 10 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है।डीसी ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। एसपी ने कहा कि उपद्रवियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा।

वहीं पुलिस के आईटी सेल की सोशल मीडिया पर पैनी नज है। सोशल मीडिया पर किसी तरह के आपत्तिजनक पोस्ट होने पर कठोर करवाई करने की बात कही गई है।सिर्फ पलामू ही नहीं, झारखण्ड के अन्य इलाके के सोशल मीडिया पर भी पुलिस की नजर बनी हुई है।आईजी, डीसी, एसपी समेत जिले के सभी वरीय पदाधिकारी लगातार पांकी में कैंप किए हुए हैं।पूरा पांकी इलाका पुलिस छावनी में तब्दील है। आने-जाने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है।मुख्य सड़क से लेकर ग्रामीण इलाके तक लगातार पुलिस गश्त कर रही है।