गैंगस्टर अमन साहू का गुर्गा जगत साहू उर्फ लक्की को झारखण्ड एटीएस टीम ने नेपाल बॉर्डर पर दबोचा…..

राँची।कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू गिरोह के बदमाशों के खिलाफ झारखण्ड पुलिस की एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्कवायड) लगातार कार्रवाई कर रही है। इस कड़ी में मंगलवार को एटीएस को एक और एक सफलता बिहार-नेपाल बॉर्डर से मिली है।यहां से अमन साहू का खास गुर्गा जगत साहू उर्फ लक्की को एटीएस ने दबोचा है।उसके साथ नेपाल का एक शख्स भी था। लेकिन वह एटीएस के हाथ नहीं आया। यह व्यक्ति साहू गैंग के लोगों को अपराध करने के बाद रहने का ठिकाना उपलब्ध कराता था।एटीएस की टीम जगत साहू को राँची ला रही है।जगत साहू उर्फ लक्की राँची के चुटिया थाना क्षेत्र के पावर हाऊस कृष्णापुरी का रहनेवाला है।

बीते दिनों भारतमाला प्रोजेक्ट पर फायरिंग के बाद साथियों के पकड़े जाने के बाद वह राँची से नेपाल भागने की फिराक में था। तभी पकड़ा गया। जगत साहू की तलाश ओरमांझी थाना की पुलिस को भी थी। ओरमांझी स्थित भारतमाला सड़क निर्माण प्रोजेक्ट के मजूदरों पर इस वर्ष फरवरी और मार्च में दो बार करायी गयी फायरिंग में जगत साहू भी शामिल था।जगत के अलावा इस घटना में शामिल राहुल दुबे को एटीएस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।जबकि ओरमांझी पुलिस ने प्रमोद कुमार सिंह, अमजद खान और अलाउद्दीन अंसारी उर्फ कल्लू को गिरफ्तार किया था। इनके पास से हथियार भी बरामद किये गये थे. केंद्रीय कारा मेदनीनगर, पलामू में बंद गैंगस्टर अमन साहू और बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार में बंद चंदन साव उर्फ चंदन साहू ने जंगी ऐप के जरिये भारतमाला प्रोजेक्ट के संवदेक से रंगदारी वसूलने के लिए गिरोह के उक्त सदस्यों को दिशा-निर्देश दिया था. उक्त प्रकरण में अमन साहू का भाई आकाश साहू, राजा अंसारी, टिंकू साव आदि भी शामिल थे।