Fame India-Asia Post Survey: 50 प्रभावशाली हस्तियों में पद्मश्री अशोक भगत

राँची। झारखण्ड के सामाजिक कार्यकर्ता और विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत को फेम इंडिया और एशिया पोस्‍ट के सर्वे में जगह मिली है। फेम इंडिया और एशिया पोस्ट ने वर्ष 2020 के एशिया के 50 प्रभावशाली हस्तियों में अशोक भगत को शामिल किया है। संस्‍थान ने अशोक भगत को समाज के प्रति उनके विशिष्ट योगदान के लिए स्थान दिया है। इस सूची में देश के कई उद्योगपति, संत व प्रशासनिक सेवा से जुड़े लोग शामिल हैं।

50 प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में नाम आने पर अशोक भगत ने कहा कि इस तरह के सम्मान से मेरा सामाजिक दायित्व और बढ़ जाता है। उल्लेखनीय है कि अशोक भगत को 2015 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। इसके साथ ही उन्हें अब तक कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। विकास भारती के कामों को देखने के लिए इसी वर्ष राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संस्था के मुख्यालय गुमला जिले के बिशुनपुर पहुंचे थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में भी विकास भारती द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से महिलाओं के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने तो पिछले वर्ष विकास भारती की ओर से बिशुनपुर में चलाए जा रहे सभी प्रकल्पों को देखने के बाद कहा था कि यह आधुनिक भारत का तीर्थस्थल बनेगा।

फेम इंडिया की सूची में नाम आने पर विकास भारती के सचिव अशोक भगत ने कहा कि जितने भी सम्मान मिलते हैं, उससे सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते मेरा दायित्व और बढ़ जाता है। मैं इस चुनौती को भी स्वीकार करता हूं। समाज की हम जैसे लोगों से जो अपेक्षा बढ़ी है, उस पर खरा उतरने के लिए और भी अधिक काम करने की जरूरत है।

विकास की गति और अधिक तेजी से बढ़े और लोग स्वावलंबी व स्वाभिमानी बनें, इसके लिए समाज के सहयोग से और अधिक तेजी से काम करने का प्रयास करूंगा। लाॅकडाउन के समय पूरे राज्य में विकास भारती के कार्यकर्ताओं ने लोगों को जागरूक एवं उनकी मदद करने का काम किया। साथ ही विकास भारती ने सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने का काम किया। यह प्रयास जारी है। इस सम्मान के लिए विकास भारती के सभी कार्यकर्ता भी बधाई के हकदार हैं जिनके सहयोग से विकास भारती पूरे राज्य में आदिवासियों, वंचितों, किसानों व जरूरतमंदों के उत्थान के लिए प्रयासरत है। कहा, महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक हजारों महिलाएं इसका लाभ उठाकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रही हैं।