#CORONA_EFECT: 400 साल में पहली बार रजरप्पा मन्दिर में भक्तों का प्रवेश 14 अप्रैल तक बंद, गढ़वा के बंशीधर मन्दिर भी भक्तों के प्रवेश पर रोक

रामगढ़/गढ़वा। जिला प्रशासन रामगढ़ और मन्दिर न्यास समिति की बैठक रामगढ़ उपायुक्त सन्दीप सिंह की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में 20 मार्च 2020 से 14 अप्रैल 2020 तक श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। उपायुक्त संदीप सिंह की अध्यक्षता में हुई मन्दिर न्यास समिति की बैठक में ये फैसला लिया गया. सुरक्षा के दृष्टिकोण से लिये गए इस फैसले के साथ ही अब श्रद्धालु 14 अप्रैल तक मंदिर में पूजा-पाठ नहीं कर पाएंगे. हालांकि मंदिर समिति विधिवत तरीके से प्रत्येक दिन मंदिर में पूजा-आरती जारी रखेगी. इधर गढ़वा जिला के विख्यात बंशीधर मन्दिर को भी अगले आदेश तक भक्तों के लिए बन्द कर दिया गया है। हालांकि बंशीधर मन्दिर में प्रातः काल और संध्या काल की पूजा आरती पूर्ववत जारी रहेगी। इस दौरान मन्दिर में केवल आचार्य और पुजारी की प्रवेश करने की अनुमति है। ट्रस्ट की ओर से आचार्य पुजारी को बिना सूचना के बंशीधर नगर मुख्यालय से बाहर नहीं जाने के लिए सलाह दी गई है।

400 साल के इतिहास में पहली बार बन्द हुआ रजरप्पा मन्दिर

रजरप्पा मंदिर के चार सौ साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि इसे आम श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है. मंदिर न्यास समिति और जिला प्रशासन की बैठक में उपायुक्त संदीप सिंह, एसडीओ अनंत कुमार, चितरपुर बीडीओ, छिन्नमस्तिका मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष अशेष पंडा, सचिव शुभाशीष पांडा के अलावे असीम पंडा, लोकेश पंडा सहित कई दुकानदार मौजूद थे. वहीं, आम श्रद्धालुओं तक बंद की सूचना पहुंचाने के लिए गोला-चितरपुर व चितरपुर ओवरब्रिज और रामगढ़ शहर में बैनर पोस्टर लगाने का निर्णय लिया गया है. इस आदेश के बाद मंदिर परिसर में स्थित ज्यादातर दुकानदारों ने भी अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया है. जिला प्रशासन के आदेश का पालन कराने के लिए इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी के साथ पुलिस के जवानों को परिसर में तैनात किये जाएंगे.