पुलिस मुख्यालय में मंगलवार को डीजीपी और सीआईडी डीजी ने नशीले पदार्थों के उत्पादन व कारोबार पर संयुक्त समीक्षा बैठक की……

राँची।झारखण्ड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने अपने मातहत अधिकारियों को नशे के सौदागरों की रीढ़ की हड्डी तोड़ देने की खुली छूट दे दी है।उन्होंने गांजा, अफीम और ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री करने वालों को चिहिंत कर कार्रवाई करने का सख्त आदेश दिया है। गांजा-अफीम की खेती कर पूरी तरह से तहस-नहस कर उसका डाटा तैयार करने को कहा है। नशा तस्करी को रोकने के लिये सूचना तंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया। NDPS एक्ट के तहत जब्त होने वाले पदार्थो की सूचना सीआईडी को देने का निर्देश दिया गया। डीजीपी अजय कुमार सिंह ने ड्रग्स तस्करों द्वारा अर्जित की गई संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया। अफीम की खेती करने वाले और जमीन मालिक के खिलाफ भी कानून सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। डीजीपी मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये समीक्षा बैठक कर रहे थे।इस बैठक में सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता, एडीजी संजय आनंद राव लाठकर, आईजी अखिलेश झा, असीम विक्रांत मिंज, पंकज कंबोज, डीआईजी कार्तिक एस, अनुरंजन किस्पोट्टा सहित अन्य मौजूद थे।

बैठक के दौरान डीजीपी द्वारा सभी जिलों से पिछले पांच सालों के एनडीपीएस एक्ट में दर्ज मामले,अफीम, गांजा आदि की अवैध खेती के विनष्टिकरण से संबंधित आंकड़े, जब्त सामग्रियों के विनष्टिकरण से संबंधित आंकड़े, सभी संबंधित जिलों में सूचना तंत्र मजबूत करने पर जोर दिया।हॉट स्पॉट का चयन कर ड्रग्स तस्करों, पैडलर्स के सप्लाई चेन को ध्वस्त करने, अतिरिक्त निगरानी रखने, जिलों में ड्रग डिटेक्शन किट की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली और उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।इसके अलावा डीजीपी ने अवैध रूप से वैसे खेत जिसमें अफीम, गांजा एवं अन्य मादक पदाथों की खेती होती है।उसको चिन्हित कर खेती करने वाले और जमीन के मालिक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

सीआईडी डीजी ने व्यवसाय पर नियत्रंण के लिए बनाये गये रोड मैप की जानकारी दी

बैठक के दौरान सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने मादक पदार्थों के अवैध उत्पादन और उसके व्यवसाय पर नियत्रंण के लिए बनाये गये रोड मैप की जानकारी दी।साथ ही आम लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया। उन्होंने अवैध मादक पदार्थ के कारोबार को रोकने के लिए मादक पदार्थ से संबंधित सूचनाओं का आदान प्रदान करने और सूचना तंत्र को मजबूत कर कार्रवाई करने पर जोर दिये।सीआइडी डीजी ने एनडीपीएसएक्ट मामलों में लंबित कांडों की समीक्षा और कांडों का निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया।विशेष शाखा से प्राप्त इनपुट के आधार पर की गई कार्रवाई की स्थिति, जमानतदारों का सत्यापन, ड्रग्स तस्करों, पैडलर्स द्वारा अर्जित की गयी अवैध संपत्तियों को जब्त करने को भी कहा।

 

वहीं, स्पेशल ब्रांच के द्वारा जो सूचनाओं जिलों के पुलिस को उपलब्ध करवाई जा रही है, उसपर सटीक कार्रवाई करने के निर्देश भी डीजीपी के द्वारा दिया गया है।सभी जिलों में मादक पदार्थों के पहचान के लिए ड्रग्स किट भी उपलब्ध करवाने का निर्देश डीजीपी के द्वारा दिया गया है।डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि नशे के सौदागरों के खिलाफ दर्ज केस में उनके बेलर कौन हैं इसका भी सत्यापन किया जा रहा है, साथ ही नशे के सौदागरों के खिलाफ थाना स्तर पर डोजियर खोलने का भी निर्देश दिया गया है।

नारकोटिक्स थाने के प्रस्ताव को लेकर भी हुई चर्चा

गौरतलब है कि झारखण्ड के हजारीबाग, चतरा जमशेदपुर, खूंटी, सरायकेला और रांची में नारकोटिक्स थाना खोलने के लिए प्रस्ताव दिया गया है।प्रस्ताव की फिलहाल स्थिति क्या है इस पर भी डीजीपी के द्वारा चर्चा की गई जल्द ही इन जिलों में नारकोटिक्स थाने खोले जाएंगे।