पत्नी,दो बेटी और ट्यूशन टीचर की हत्या के दोषी दीपक कुमार को मिली फांसी की सजा…

जमशेदपुर।झारखण्ड के पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर में पत्नी,दो बेटी और ट्यूशन टीचर की हत्या के आरोप में कदमा तिस्ता रोड निवासी टाटा स्टील अग्निशमन विभाग का कर्मचारी दीपक कुमार को अपर जिला व सत्र न्यायाधीश चार राजेंद्र कुमार सिन्हा की अदालत ने फांसी की सजा सुनायी है।कोर्ट ने गत एक अप्रैल को दीपक कुमार को धारा 302, 307, 201, 376(1), 389 के तहत दोषी करार दिया था।फैसला के दौरान दीपक कुमार को वीसी के माध्यम से पेश किया गया।जिस समय फैसला सुनाया गया, उस दौरान दीपक कुमार का साला आनंद साहू कोर्ट में मौजूद था। अभियोजन पक्ष से अपर लोक अभियोजक राजीव कुमार के अलावा अधिवक्ता जॉली दास, कार्तिक डे, हरविलास दास, दिलीप गोराई और जयंत कुमार मौजूद थे।बचाव पक्ष से डालसा द्वारा नियुक्त अधिवक्ता अमित कुमार सिंह मौजूद थे।

इस मामले में 25 लोगों की कोर्ट में गवाही हुई थी।सुनवाई के दौरान न तो ट्यूशन शिक्षिका का परिवार और न ही दीपक कुमार के घरवाले ही कोर्ट पहुंचे थे।अपर लोक अभियोजक राजीव कुमार और अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता जॉली दास ने कहा कि मामला रेयर ऑफ रेयरेस्ट था। इस कारण आरोपी को फांसी की सजा मिली है।

12 अप्रैल 2021 को कदमा तीस्ता रोड में हुई थी हत्या

दीपक कुमार ने 12 अप्रैल 2021 को अपने कदमा स्ता रोड स्थित क्वार्टर नंबर 99 में अपनी पत्नी वीणा कुमारी, दो बेटियां श्रावणी, शानवी और कदमा रामजनमनगर निवासी ट्यूशन टीचर रिंकी घोष की हथौड़े से मारकर हत्या कर दी थी. जिला पुलिस की टीम ने दीपक को 17 अप्रैल 2021 को धनबाद से गिरफ्तार किया था. दीपक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राउरकेला से उसकी बुलेट बरामद की थी।

दीपक को धनबाद में उस वक्त गिरफ्तार किया,जब वह अपने भाई के खाता में रुपये जमा करने बैंक पहुंचा था।उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किये गये चाकू, तीन एटीएम कार्ड, एक लाख रुपये, पैनकार्ड और मोबाइल फोन बरामद किये गये। पुलिस ने घटनास्थल से खून लगा हथौड़ा बरामद किया था।बताया जाता है कि घटना को अंजाम देने से पूर्व दीपक कुमार वेब सीरीज सीरियल किलर, पाताल लोक और असुर आदि देखा करता था

पहले पत्नी, फिर दोनों बेटियों उसके,बाद ट्यूशन टीचर की हत्या की थी
बताया जाता है कि घटना के दिन दीपक ने पहले अपनी पत्नी के सिर पर हथौड़ी से प्रहार कर बेहोश कर दिया इसके बाद तकिया से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी इसके बाद अपनी दोनों बेटियों की हत्या की। 11 बजे जब छोटी बेटी को पढ़ाने शिक्षिका घर पर आयी तो दीपक ने उसे चाकू का भय दिखा कर शाम छह बजे तक के लिए उसकी स्कूटी मांगा तब तक कमरे में रहने की धमकी दी।चाकू देखते ही शिक्षिका शोर मचाने लगी थी।

इधर-उधर भागने के क्रम में उस कमरे की ओर चली गई जहां पत्नी और बच्चों के शव पड़े थे। दीपक को जब लगा कि वह फंस जायेगा तो उसने टेप से शिक्षिका के हाथ बांध दिये और मुंह पर भी टेप साट दिया।उसके बाद गला दबाकर शिक्षिका की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद शव के साथ उसने दुष्कर्म किया था। उसके बाद शव को बॉक्स वाले पलंग में डाल दिया था।

कोर्ट पर भरोसा था : आनंद साहू

मृतिका वीणा देवी के भाई आनंद साहू गुरुवार को फैसला सुनने कोर्ट पहुंचे थे।कोर्ट से सजा सुनाये जाने के बाद कहा कि मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था। हंसते-खेलते परिवार को उसने खत्म कर दिया।दो अबोध बच्ची की हत्या कर दी थी।