Crime:पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपी ने ऑटो चालक की वर्दी पहनकर अदालत में सरेंडर किया,पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी

जमशेदपुर।झारखण्ड के जमशेदपुर में बागबेड़ा थाना क्षेत्र के ट्रैफिक रेलवे कॉलोनी गार्ड रनिंग रूम से कुछ आगे विश्व हिंदू परिषद के बागबेडा नगर अध्यक्ष बबलू सिंह पर गोलीबारी किए जाने के मामले में फरार आरोपी अजीत साव ने पुलिस को चकमा ऐसे चकमा देकर अदालत में सरेंडर कर दिया कि पुलिस देखते ही रह गई।आरोपी ने ऑटो चालक की वर्दी पहनकर अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।इससे पहले एक अधिवक्ता की वेशभूषा में हरीश सिंह अदालत में उपस्थित हुआ था।बता दें बागबेड़ा में आपसी रंजिश,अवैध धंधे में वर्चस्व और सरकारी जमीन पर कब्जा को लेकर विगत नौ सितंबर को बागबेड़ा निवासी बबलू सिंह को रेलवे रनिंग रूम के पास संजीत साव,अजीत साव,गुप्तेश्वर गिरी उर्फ लेदा समेत अन्य लोगों ने गोली मार घायल कर दिया था। इस मामले में बागबेड़ा थाना की पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इससे पहले फायरिंग मामले में 21 सितंबर को संजीत साव ने अदालत में आत्मसमर्पण किया था। उसे पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया था। सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने भी पूछताछ की थी। उसने मामले में कई जानकारी पुलिस को दी थी।उसकी निशानदेही पर फायरिंग में प्रयुक्त पिस्तौल बागबेड़ा लाल बिल्डिंग के घर से पुलिस ने जब्त किया। वहीं फायरिंग में शामिल संजीत साव के दो साथी दीपक तिवारी और बंटी चौधरी को गिरफ्तार किया है। अजीत साव और संजीत साव भाई है।