झारखण्ड में ED की जांच में बड़ा खुलासा;CA सुमन के ठिकानों से जब्त 19.76 करोड़ राशि अवैध खनन का कमीशन

राँची।राजधानी राँची में सीए सुमन कुमार के ठिकानों से जब्त राशि (19.76 करोड़) खनन अफसरों को बतौर कमीशन मिली थी। जिला खनन पदाधिकारियों ने उक्त रकम अवैध खनन करनेवालों व खनन कार्य से जुड़े संगठनों से बतौर कमीशन जुटाये थे।इडी के पदाधिकारियों ने मामले की जांच के क्रम में जब जिला खनन पदाधिकारियों (डीएमओ) से पूछताछ की, तो उन्होंने उक्त बातें स्वीकारी।पाकुड़ के डीएमओ प्रदीप कुमार शाह ने सीए सुमन कुमार के पास कमीशन मद में वसूली गयी 87 लाख रुपये पहुंचाने की बात स्वीकार की है। इसी तरह छह जिला खनन पदाधिकारियों ने अफसरों के निर्देश पर सीए सुमन कुमार के संपर्क में रहने बात स्वीकार की है। इडी ने मनरेगा घोटाले की जांच के दौरान सीए सुमन कुमार के ठिकानों पर भी छापा मारा था। पहले चरण की पूछताछ में सीए सुमन ने कहा था कि उसके घर से मिले 19.76 करोड़ रुपये उसके खुद के हैं।

हालांकि,इडी पदाधिकारियों द्वारा की गयी पूछताछ के दौरान उसने स्वीकारा था कि उक्त राशि खनन क्षेत्र से बतौर कमीशन जुटायी गयी थी।इसके बाद इडी की टीम ने जिला खनन पदाधिकारियों से पूछताछ की। इडी ने सुमन द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर राज्य के छह जिला खनन पदाधिकारियों से पूछताछ की। इन पदाधिकारियों में साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार,दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार, पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार शाह, रामगढ़ के जिला खनन पदाधिकारी नीतीश कुमार, खूंटी के जिला खनन पदाधिकारी नदीम शाफी और सिंहभूम के जिला खनन पदाधिकारी निशांत अभिषेक के नाम शामिल हैं।

साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार ने कमीशन के रूप में 24-25 लाख रुपये सीए सुमन कुमार को देने की बात स्वीकार की।दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने कमीशन के रूप में नौ लाख रुपये सुमन को देने की बात स्वीकार की। पूछताछ के दौरान उसने यह भी स्वीकार किया कि अफसरों के निर्देश पर अवैध खनन करनेवालों के अलावा खनन कार्य से जुड़े संगठनों और व्यापारियों से कमीशन की राशि वसूली जाती है।

सीए सुमन कुमार ने भी कृष्ण कुमार से तीन-तीन लाख रुपये तीन किस्तों में लेने की बात स्वीकार की थी। रामगढ़ के जिला खनन पदाधिकारी निवेश कुमार, खूंटी के नदीम शाफी और सिंहभूम के जिला खनन पदाधिकारी निशांत अभिषेक ने अपने बयान में कहा कि अफसरों के निर्देश पर वह सीए सुमन कुमार के संपर्क में रहते थे और कमीशन की राशि दबाव में देने की बात स्वीकार की।

इन डीएमओ ने सीए सुमन को पैसे पहुंचाने की बात स्वीकारी:
1.साहिबगंज के डीएमओ विभूति कुमार.

2.दुमका के डीएमओ कृष्ण कुमार

3.पाकुड़ के डीएमओ प्रदीप कुमार शाह

4.रामगढ़ के डीएमओ नीतीश कुमार

5.खूंटी के डीएमओ नदीम शाफी

6.सिंहभूम के डीएमओ निशांत अभिषेक

रिपोर्ट:साभार…