प्रतिबिंब एप के सहारे पूरे राज्य में पांच महीने में 899 साइबर अपराधी हुए गिरफ्तार,साइबर अपराधियों के विरुद्ध बड़ी उपलब्धि,लगातार गिरफ्तारी जारी-सीआईडी डीजी

–देवघर पुलिस ने 430 साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार, 646 मोबाइल किया जब्त

–पूरे राज्य में पांच महीने में 899 साइबर अपराधी हुए गिरफ्तार, 1955 मोबाइल किया गया जब्त

राँची।झारखण्ड के देवघर पुलिस ने 430 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी 20 नवंबर 2023 से लेकर दो अप्रैल 2024 के बीच हुई है। इस दौरान देवघर पुलिस ने 646 मोबाइल जब्त किया है। 958 सिम भी जब्त किया गया है। झारखण्ड में साइबर अपराधियों का जाल लगातार फैलता जा रहा है। सबसे अधिक साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी राज्य के देवघर जिले से ही हो रही है। अबतक की रिकार्ड गिरफ्तारी देवघर जिले से हुई है। राज्य में साइबर अपराधियों का 17953 सिम सक्रिय हैं। इन्हें अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) की ओर से जारी प्रतिबिंब एप ने चिन्हित किया है। इन सिम के जरिए साइबर अपराधी लगातार लोगों को ठगी का शिकार बना रहे है।

हालांकि,प्रतिबिंब एप के जरिए महज 5 महीने में राज्यभर से 899 साइबर अपराधियों को पकड़ा गया है। यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। राज्य भर से प्रतिबिंब एप के जरिए ही 1955 मोबाइल और 2934 सिम भी इन साइबर अपराधियों के पास से अब तक जब्त किए जा चुके हैं। राज्य भर में 185 प्राथमिकियां भी दर्ज हुई है।

राज्य का छह जिला साइबर अपराधियों का बना अड्डा

राज्य के पांच जिलों में साइबर अपराधियों का सिम सबसे अधिक सक्रिय है। इनमें राँची सहित देवघर, जामताड़ा, दुमका, धनबाद और गिरिडीह जिला शामिल है। पिछले साल तक साइबर अपराधियों के लिए देश भर में जामताड़ा सबसे चर्चित था। लेकिन अब साइबर अपराधियों ने जामताड़ा को छोड़ देवघर अपना नया अड्डा बना लिया है, जहां से साइबर अपराध ज्यादा हो रहे है। हालांकि सबसे अधिक साइबर अपराधी भी देवघर जिले से ही पकड़े जा रहे है।

इन जिलों में हैं सबसे ज्यादा सक्रिय सिम

जिला सक्रिय सिम गिरफ्तारी
देवघर    10000      430
जामताड़ा 3016       120
दुमका     1915         14
धनबाद     691         23
गिरिडीह      557      179
राँची          556          06

बंगाल का सिम साइबर अपराधी करते है इस्तेमाल

साइबर अपराधी सबसे अधिक पश्चिम बंगाल के मालदा से सिम लाकर साइबर ठगी के काम में लगे हुए है। इन सिम का इस्तेमाल वे खुले स्थान या जंगल-झाड़ में किया करते हैं, ताकि पुलिस जब उनका लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश करे तो उन्हें सही जगह का पता नहीं मिल सके। प्रतिबिंब सीआईडी का ऐसा एप है, जिसमें साइबर अपराधियों के सिम का रीयल टाइम स्टेटस मिलता है। इसके आधार पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करती है और साइबर अपराधी पकड़े जाते हैं।

 पांच माह में बड़ी उपलब्धि, लगातार गिरफ्तारी जारी-डीजी अनुराग गुप्ता

सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने कहा कि प्रतिबिंब एप के जरिए झारखण्ड में महज पांच माह में बड़ी संख्या में साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है। इस एप के जरिए साइबर अपराधियों का पता रीयल टाइम चल रहा है। लगातार साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी जारी है।