रिम्स से शातिर चेन स्नैचर को गोद में उठाके ले गया,अपराधी का एक पैर टूटा हुआ है और प्लास्टर चढ़ा है….

राँची।राजधानी राँची के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में इलाज के नाम पर भर्ती कैदियों के भागने का सिलसिला थम नहीं रहा है। टूटे पैर का इलाज कराने के लिए आर्थो वार्ड में भर्ती मो. शाकिब उर्फ देबा नाम का शातिर चेन स्नैचर रविवार को दोपहर में फरार हो गया,वह भी खुद नहीं बल्कि उसके दोस्त उसे गोद में उठाकर ले गए।जानकारी के मुताबिक भगाने में महिला सहित कई लोग शामिल था।वहीं उसकी सुरक्षा में तैनात किए गए एसआईआरबी के जवान बबलू महतो और बहादुर उस वक्त ड्यूटी से गायब थे। शाकिब के खिलाफ 30 से अधिक चेन स्नैचिंग के मामले दर्ज हैं।उसे अरगोड़ा पुलिस ने 24 नवंबर को काफी मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार किया था। पुलिस को देखकर भागने के दौरान उसका पैर टूट गया था। उसके बाद पुलिस ने इलाज के लिए उसे रिम्स के ऑर्थो वार्ड में भर्ती कराया था। दिन-दहाड़े रिम्स से कैदी के भागने की जानकारी मिलने के बाद राँची जिले के सभी थानेदारों को अलर्ट किया गया है, ताकि उसे तुरंत पकड़ा जा सके। हालांकि,अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। बरियातू थानेदार सुरेश कुमार मंडल भी रिम्स में इलाजरत कैदियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं थे।दिनभर में एक बार भी रिम्स पहुंचकर कैदियों के सुरक्षा की जानकारी लेने का जहमत थानेदार नहीं उठा पा रहे थे। यही वजह है कि सुरक्षा में लगे दोनों जवान दोपहर में ही कैदी को छोड़कर वहां से चले गए। जवानों के वहां से हटते ही एक पैर टूटे होने के बाद भी चेन स्नैचर देबा रविवार की दोपहर में ही फरार हो गया।

स्नैचर के भागने के कई घंटे बाद भी थानेदार थे बेखबर

बरियातू थाने के प्रभारी सुरेश कुमार मंडल को शातिर चेन स्नैचर के भागने के 4 घंटे के बाद भी यह पता नहीं था कि मो. शाकिब की सुरक्षा में कितने और कौन-कौन जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी।मीडिया कर्मी ने जब उनसे इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि किसकी ड्यूटी थी, यह उन्हें अबतक जानकारी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अबतक किसी भी सुरक्षाकर्मी ने कैदी के भागने के बारे में उन्हें नहीं बताया है। रिम्स के कर्मी ने जरूर बताया है कि एक कैदी भाग गया है।

अप्रैल से अब तक रिम्स से 6 कैदी हो गए फरार

◆3 दिसंबर 2023 : चेन स्नैचर शाकिब उर्फ देबा को काफी मशक्कत के बाद 24 नवंबर को अरगोड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस को देख भागने के दौरान उसका पैर टूट गया था, जिसके बाद रिम्स के ऑर्थो वार्ड में भर्ती था, जहां से वह भाग गया।

◆31 अक्टूबर 2023 : चोरी के आरोप में जेल भेजा गया कैदी सूरज मुंडा को स्पाइनल कॉर्ड में परेशानी के बाद रिम्स में भर्ती कराया गया था। हथकड़ी निकाल कर हो गया था फरार।

◆12 सितंबर 2023 : पत्नी की हत्या के बाद इटकी थाना से जेल भेजा गया कैदी वशीर ट्रॉमा सेंटर से हथकड़ी के साथ फरार हो गया। पुलिस को अबतक वशीर के बारे में जानकारी नहीं मिली है।

◆16 अक्टूबर 2022 : रिम्स में कैदी वार्ड की खिड़की का रॉड काट कर 2 कैदी फरार हो गए। इनमें गुमला से इलाज के लिए पहुंचा उग्रवादी अमित उरांव उर्फ भगत और हजारीबाग जेल से पहुंचा मशरूर आलम खान शामिल हैं।

◆28 अप्रैल 2022 : पेट में तेज दर्द की शिकायत के बाद हजारीबाग जेल से इलाज के लिए रिम्स भेजा गया कैदी एमएस वारिश सुरक्षा में तैनात दो जवानों को चकमा देकर फरार हो गया था।

“सुरक्षा में तैनात जवानों की लापरवाही सामने आ रही है। थानेदार को भी वहां जाकर कैदियों की सुरक्षा की जांच करनी है। कहीं कोई कमी सामने आता है तो तुरंत उसे दूर करना है। फिलहाल पूरे मामले में जांच का आदेश दिया गया है। आज रिपोर्ट आ जाएगा। रिपोर्ट में जो पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।” – चंदन कुमार सिन्हा, एसएसपी, रांची

पत्नी छीनी गई चेन सोनार को बेचती थी शहर में लगातार चेन छिनतई की घटनाओं के बाद जांच में पुलिस को यह पता चला था कि मो. शाकिब उर्फ देबा गिरोह बनाकर चेन छिनतई करता और कराता है। वह अपने गिरोह में अपनी पत्नी शबनम परवीन उर्फ जोया उर्फ चांदनी को भी शामिल किए हुए था, वह छीनी गई चेन को बेचती थी।इस पूरे सिंडिकेट में एक जेवर दुकानदार अजय वर्मा उर्फ अजय सोनी भी शामिल था। जोया शहर के अन्य जगहों पर भी जाकर छीनी गईं चेनों को बेचती थी, ताकि खरीदार को उस पर संदेह न हो। इसके बाद पुलिस ने बीते अगस्त में देबा की पत्नी जोया और जेवर दुकानदार अजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।