धनबाद: जिस ऑटो से टक्कर मारी थी उस ऑटो के मालिक तो पुलिस के रिकॉर्ड में वह बड़ा डकैत है

धनबाद।धनबाद के एडीजे-8 उत्तम आनंद की मौत के मामले में रोज नए तथ्य सामने आ रहे हैं। पुलिस ने दो आरोपी लखन व राहुल को गिरफ्तार कर ऑटो बरामद कर लिया है।वहीं इस ऑटो के तार से पुलिस को कई रहस्य की जानकारी मिल रही है।पहले पता चला कि आरोपी लखन और राहुल ने पाथडीह के रामदेव लोहार के ऑटो को चोरी कर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने रामदेव का रिकॉर्ड खंगाला तो पता चला कि रामदेव खुद बड़ा डकैत है। वह 6 डाका कांड में जेल जा चुका है। पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई तो वह फरार हो गया।पुलिस के मुताबिक रामदेव पुराना क्रिमिनल है। उसके खिलाफ जोरापोखर, सुदामडीह व पाथरडीह थानों में छिनतई, डकैती समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उस पर आरोप है कि वह पत्थरमार गिरोह का सरगना था। अभी वह घर के पास अवैध महुआ शराब की बिक्री करता है। इधर, पुलिस ने गुरुवार की रात रामदेव के पिता छत्रधारी लोहार को हिरासत में ले लिया।

पत्नी और बेटे से दर्ज कराया था चोरी का केस

ऑटो की चोरी का केस दर्ज कराने भी रामदेव थाना नहीं गया था। उसने गुरुवार को सुबह 10 बजे अपनी पत्नी सुगिनी देवी और बेटे को थाने भेजा था। पत्नी सुगिनी देवी ने पुलिस को लिखित आवेदन दिया था, जिसमें बताया कि बुधवार को अबले सुबह करीब साढ़े तीन बजे घर के बाहर देखा तो ऑटो वहां से गायब था।

पुलिस की जांच में खुलासा- आदतन अपराधी हैं लखन व राहुल

पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी लखन वर्मा और उसका पड़ोसी राहुल वर्मा आदतन अपराधी हैं। दोनों नशे के आदी हैं। इस कारण शराब समेत अन्य नशीली चीजों का जुगाड़ करने के लिए वे चोरी करते थे। नशे में अकसर लोगों से मारपीट भी करते थे। चोरी के एक केस में राहुल बाल सुधार गृह जा चुका है।

4 दिनों से लापता थे लखन व राहुल

लखन वर्मा परिवार से अलग मिट्टी के पुश्तैनी मकान में अकेला रहता है, जबकि उसके परिजन डिगवाडीह मांझी बस्ती में रहते हैं। राहुल परिवार के साथ डिगवाडीह 12 नंबर साेनारपट्टी में रहता है। वहां परिजनों और स्थानीय लोगों से बात करने पर पता चला कि दोनों चार दिनों से लापता थे। अब पुलिस भी इस बिंदु पर तफ्तीश कर रही है कि दोनों चार दिनों से कहां थे और किनके संपर्क में आए।

आरोपियों तक इस तरह पहुंची पुलिस

न ऑटो नंबर और न ही चालक का पहचान पुलिस को आरोपियों तक पहुंचना एक टेढ़ी खीर थी। खोजबीन की शुरुआत श्रमिक चाैक, बेकारबांध, सिटी सेंटर, श्रमिक चाैक व एसएसएलएनटी के पास लगे नगर निगम के सीसीटीवी कैमरों को खंगालने से हुई। रणधीर वर्मा चाैक पर जज काे धक्का मारते ऑटो दिखा, लेकिन नंबर नहीं दिखा। गाेविंदपुर के एक पेट्राेल पंप पर पुलिस काे ऑटो के साथ युवक की तस्वीर मिली। ऑटो के शीशा पर पाथरडीह लिखा हुआ मिला। इसके बाद पाथरडीह ऑटो स्टैंड पहुंचने पर लखन का सुराग मिला। लखन के पकड़ाने पर राहुल के कई कॉल ने उस तक पहुंचाया।

सीआईडी व स्पेशल ब्रांच ने भी की पड़ताल

सीआईडी की चार सदस्यीय टीम भी धनबाद पहुंची। टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया। इसके बाद धनबाद थाना पहुंची। वहां जब्त ऑटो का मुआयना किया। सदर थाना प्रभारी से घटना के बारे में जानकारी ली।

नशा किया था या नहीं, इसकी कराई गई जांच

पकड़े गए दाेनाें आरोपियों की पुलिस ने मेडिकल कराया है। पुलिस ने दाेनाें का नशा करने संबंधी भी जांच कराई है, ताकि यह पता चल सके कि 24 घंटे में दाेनाें ने नशा किया था या नहीं। दोनों के ब्लड व यूरिन सैंपल जांच के लिए राँची भेजे गए।