Ranchi:जल भवन डोरंडा के कर्मी को सोशल मीडिया को सब्सक्राइब कर टास्क पूरा कर पैसे कमाने का दिया लालच, फिर साइबर अपराधियों ने ठग लिए 96 हजार 200 रुपये…..

 

–पहले 2000 रुपए जमा करवाया और टास्क पूरा होते ही तुरंत एकाउंट में भेजा 2800, झांसे में लेकर चार बार में ठग लिए 96200

राँची।सोशल मीडिया को सब्सक्राइब कर वर्क फॉर होम के माध्यम से काम कर पैसे कमाने का लालच देकर साइबर अपराधियों ने 96200 रुपए की ठगी कर ली है। इस संबंध में डोरंडा जल भवन स्थित कार्यपालक अभियंता के कार्यालय में पदस्थापित कर्मी और हटिया सिंह मोड़ निवासी विवेक कुमार श्रीवास्तव ने जगन्नाथपुर थाना में ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार उन्हें एक नंबर से वाट्सएप के जरिए एक मैसेज आया। मैसेज में एक लकड़ी का नाम अंजली लिखा था। उसने लिखा था वह आइक्यूब वायर डिजीटल मार्केटिंग की एचआर सेक्शन से बात कर रही है। उसने यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए कहा। यह भी कहा कि चैनल सब्सक्राइब करने के बाद 2000 रुपए का पेमेंट करना होगा। विवेक ने दो हजार रुपए पेमेंट कर दिए और उन्हें जो टास्क दिया गया था। उसे पूरा कर दिया। टास्क पूरा करत ही विवेक के खाते में तुरंत 2800 रुपए आ गए।

साइबर अपराधियों ने दूसरी बार पांच, फिर 24800 फिर 66800 रुपए ट्रांसफर करवाए

800 रुपए अधिक मिलने के बाद विवेक साइबर अपराधियों के झांसे में आ चुके थे। उनसे फिर नए एकाउंट में 5000 रुपए जमा करने के लिए कहा गया। विवेक ने पैसे उनके बताए एकाउंट में भेज दिए। उन्हें लगा कि टास्क पूरा करने के बाद ज्यादा पैसे आ जाएंगे। लेकिन इस बार उनके खाते में पैसे नहीं आए। विवेक ने साइबर अपराधियों से संपर्क किया तो उन्हें कहा गया कि आपने गलत तरीके से टास्क पूरा किया है। इसलिए अब दूसरे एकाउंट में 24800 रुपए डालने होंगे। विवेक फिर झांसे में आ चुके थे। साइबर अपराधियों ने कहा कि पैसे उनके एकाउंट में बढ़कर आ जाएंगे। जब विवेक ने तीसरी बार पैसे ट्रांसफर किए तो उन्हें इस बार कहा गया कि आपके पैसे इस बार फ्रीज हो गए है। इसलिए एक बार फिर 66800 रुपए जमा करने होंगे। विवेक अपने पैसे के लालच में उनके कहे अनुसार फिर 66800 रुपए डाल दिए। पैसे ट्रांसफर करने के बाद विवेक ने जब साइबर अपराधियों से संपर्क किया तो उनसे कहा गया कि तकनीकी समस्या आ गई है अब आपको नया प्लान लेना होगा, तब पैसे वापस होंगे। इस बार साइबर अपराधियों ने दो लाख रुपए ट्रांसफर करने को कहा। जब बड़ी रकम की मांग की गई तब विवेक कुमार को समझ में आ गया कि वे साइबर ठगी के शिकार हो गए है। विवेक ने साइबर अपराधियों को कहा कि वे नया प्लान नहीं लेंगे। इसके बाद उन्होंने जगन्नाथपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।ब