पलामू:बाइक सवार अपराधियों ने शिवालय कंस्ट्रक्शन के साइट पर की फायरिंग,एक जख्मी..

पलामू।झारखण्ड के पलामू जिले में एनएच-98 का निर्माण कार्य कर रही दिल्ली की कंपनी शिवालय कंस्ट्रक्शन के पिपरा थाना के चपरवार साइट पर अपराधियों ने की गोलीबारी।जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गए हैं।वहीं,फायरिंग की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन शुरु कर दी।आशंका व्यक्त की जा रही है कि रंगदारी या लेवी के लिए बाइक सवार अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है। हालांकि कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से लेवी की शिकायत नहीं की गई है।

शिवालय कंस्ट्रक्शन के कर्मी अनुराग चौबे ने बताया कि मंगलवार को चपरवार साइट पर काम चल रहा था। इस दौरान 12.30 बजे अपाची बाइक से तीन अपराधी वहां पहुंचे। तीनों के चेहरे ढ़के हुए थे। उसमें से दो अपराधी बाइक से उतरे और एक ने फायरिंग शुरु कर दी। पहली गोली साइट पर रखे पत्थर पर लगी।गोली की आवाज सुनकर वहां पर मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। वहां से लोग भागने लगे। इसी क्रम में अपराधी ने दूसरी गोली चला दी, जो भाग रहे लेबर कॉन्ट्रैक्टर शिवजी दास के दायें पैर में टखने से नीचे लगी। उसके बाद तीसरी गोली मिसफायर हो गई। उसके बाद तीनों बाइक से भाग निकले। हालांकि बाद में उनका पीछा भी किया गया लेकिन उनका पता नहीं चल सका।

इधर घायल शिवजी दास को छरतपुर अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार कर मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां आने पर उसका ड्रेसिंग कर एक्सरे कराया गया है कि कहीं गोली लगने से कोई हड्डी तो नहीं फ्रेक्चर कर गई है। उन्होंने कहा कि घटना के पहले या बाद में लेवी की कोई मांग नहीं हुई है।

अपराधियों की गोली से घायल शिवजी दास बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। वह शिवालया कंस्ट्रक्शन में लेबर कॉन्ट्रैक्टर है। वह कंपनी को जरुरत के अनुसार, लेबर की आपूर्ति करता है। घटना के समय भी उसके गांव के मजदूर उसके साथ थे। कंपनी के द्वारा उसके साथ घटित घटना की सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है।

पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि मंगलवार की सुबह शिवालय कंस्ट्रक्शन के चपरवार साइट पर अज्ञात अपराधियों के द्वारा गाेलीबारी की गई है। जिसमें तीन राउंड गोली चली है। एक कर्मी घायल हुआ है, जिसकी स्थिति खतरे से बाहर है। कहा कि यह गोलीबारी कंपनी को डराने के मकसद से की गयी है ताकि कंपनी के लोग डर कर रंगदारी या लेवी दे सके।