अमन साव गैंग के मयंक सिंह ने एक और कोयला कारोबारी से मांगी एक करोड़ की रंगदारी…

राँची।कोयला कारोबारियों से रंगदारी मांगने का सिलसिला नहीं रूक रहा है। अमन साव गिरोह व उसे संचालित करने वाले उसके सबसे करीबी मयंक सिंह ने एक और कोयला कारोबारी से एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी है। इस बार छत्तीसगढ़ के कोयला कारोबारी रिंकू सिंह से रंगदारी मांगी गई है। रिंकू सिंह का झारखण्ड में भी कोयला ट्रांसपोर्टिंग का काम है। मयंक सिंह ने रिंकू सिंह के कर्मियों को वर्चुअल नंबर से मैसेज कर धमकी दी है कि वह एक करोड़ रुपए दे दे। अन्यथा वे जहां भी रहे उन तक गिरोह के लोग पहुंच जाएंगे। इस धमकी के बाद रिंकू सिंह के साथ काम करने वाले कर्मी काफी डरे सहमे हुए है। इससे पहले अमन सान गिरोह ने कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता से भी रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर अमन साव गिरोह के गुर्गों ने रंजीत गुप्ता को सात जुलाई की सुबह उनके राँची के अरगोड़ा स्थित कार्यालय के समक्ष गोली मार दी थी। हालांकि उनकी जान बच गई। वर्तमान में रंजीत गुप्ता का इलाज दिल्ली स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा है। इधर, रंजीत गुप्ता गोलीकांड में भी पुलिस के हाथ अबतक खाली है। घटना के सात दिन बीतने के बाद भी पुलिस को यह पता नहीं चल सका है कि गोली मारने वाले गुर्गे कहा से आए थे। घटना को अंजाम देने के बाद कहा भागे। हालांकि दोनों सीसीटीवी में कैद हुए है। उसी के आधार पर राँची पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

एक ही वर्चुअल नंबर का कर रहा है इस्तेमाल मयंक सिंह, फिर नहीं पहुंच पा रही पुलिस उसतक

मयंक सिंह इन दिनों एक ही वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे कोयला कारोबारियों को धमकी दी जा रही है। इससे पूर्व 31 मई को जब गिरोह के सरगना अमन साव को एक मामले में पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था तो उसने बताया था कि वह जंगी एप के माध्यम से मयंक सिंह के संपर्क में रहता है। अमन साव पुलिस को बता चुका है कि मयंक सिंह से बात करने के लिए वह पहले टेलीग्राम चैनल उसके नाम से वॉयस मैसेज भेजता है। उसके बाद वर्चुअल आईडी के माध्यम से बात करते है। लेकिन इसके बाद भी पुलिस उस तक नहीं पहुंच पा रही है। जबकि अधिकांश मामलो में पुलिस अभियुक्तों तक टेक्नीकल इनपुट के माध्यम से ही पहुंचती है। लेकिन इस मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली है।