झारखण्ड की राजनीति:विधायक सीता सोरेन और लोबिन हेंब्रम पर भाजपा के संपर्क में होने का आरोप लगा,दोनों विधायकों की शिकायत पार्टी शीर्ष नेतृत्व से की गई है !
राँची।झारखण्ड में सत्ताधारी पार्टी झामुमो के अंदर राजनीति गरम है़। पार्टी विधायक सीता सोरेन और लोबिन हेंब्रम पर भाजपा के संपर्क में होने का आरोप लगा है। दोनों ही विधायकों की शिकायत पार्टी शीर्ष नेतृत्व से की गयी है़। पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दोनों विधायकों की गतिविधियों की जानकारी दी गयी है़।बताया जाता है कि पार्टी के एक दर्जन से अधिक विधायकों ने इनकी शिकायत पार्टी नेता शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन से की है़।
अखबार में छपी खबर के अनुसार,शिकायत करनेवाले विधायकों का कहना है कि ये दोनों विधायक लगातार संगठन विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे है़ं इनकी भूमिका संदेहास्पद रही है़।पार्टी नेताओं को बताया गया है कि सरकार गिराने की मुहिम में ये दोनों विधायक पार्टी के निष्कासित पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल के संपर्क में भी है़ं। इनके साथ दोनों विधायकों की सांठगांठ है। ऐसे संकेत हैं कि पार्टी नेतृत्व इन विधायकों पर कार्रवाई कर सकता है़।
शिकायत करनेवाले विधायकों ने पार्टी शीर्ष नेतृत्व से कहा है कि सीता सोरेन और लोबिन हेंब्रम द्वारा पद और पैसा का प्रलोभन दिया जा रहा है़।विधायकों ने बताया कि श्रीमति सोरेन और श्री हेंब्रम कह रहे हैं कि पार्टी के कई विधायक अलग गुट बनाने को लिए सहमत है़ं।इसमें कांग्रेस के भी कुछ विधायक शामिल है़ं आप भी मुहिम में साथ दें।विधायकों से सही समय का इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है।
सरकार गिराने के मामले में पहले भी हुई है पुलिसिया कार्रवाई
हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने की साजिश का पहले भी खुलासा हो चुका है़ राजधानी के एक होटल में पिछले वर्ष जुलाई में छापेमारी हुई थी़।पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने इस मामले में कोतवाली थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी थी। सरकार गिराने की साजिश में शामिल लोगों के पास से कई जानकारी मिली थी़ सीता सोरेन और लोबिन हेंब्रम की वर्तमान गतिविधियों से एक बार फिर सरकार अस्थिर करने का मामला सामने आ रहा है।
–पार्टी के एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने की है शिकायत
–दोनों विधायकों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप
–शिकायत में कहा : रवि केजरीवाल व कांग्रेस विधायकों से भी कर रहे हैं दोनों संपर्क
सीता-लोबिन का नाम हॉर्स ट्रेडिंग में उछला था नाम, सीता गयीं थीं जेल
वर्ष 2012 में राज्यसभा चुनाव के दौरान पैसे के लेन-देन का मामला सामने आया था़ उस समय हॉर्स ट्रेडिंग में विधायक सीता सोरेन और लोबिन हेंब्रम का नाम उछला था़ इस मामले में सीता सोरेन को आरोपी बनाया गया था़ सीबीआइ ने जांच की थी़ विधायक सीता सोरेन को जेल भी जाना पड़ा था़ वर्तमान में इस मामले में सीबीआइ की जांच चल रही है और मामला कोर्ट में लंबित है।
“मैंने पार्टी विरोधी कुछ कार्य नहीं किया है। जो सही है, वह जरूर कहती हूं।जनता सब देख रही है़ गलत होता है, तो आवाज उठाती हूं।अगर शिकायत की गयी है, तो भी सबने यह रो-रोकर लिखा होगा। अंदर से सब दुखी हैं। सरकार गिराने की साजिश का आरोप गलत है।हम अपना काम कर रहे हैं।जो लोग सरकार गिराने का प्रयास कर रहे हैं, वही मुझ पर आरोप लगा रहे हैं।–सीता सोरेन, झामुमो विधायक
“मैं सरकार और संगठन के खिलाफ नहीं हू़ं स्थानीय नीति लागू करने की बात कर रहा हू़ं सरकार ने जो वादा किया था, चुनावी घोषणा पत्र में कहा था, उसमें 1932 के खतियान की बात थी़ उसे लागू करने की बात कह रहा हूं। हम कहां पार्टी और सरकार का विरोध कर रहे हैं. अपनी सरकार में नहीं बोलेंगे, तो कहां बोलेंगे।मैं भाजपा के संपर्क में नहीं हूं। मैं झारखण्ड के लोगों के संपर्क में हूं।–लोबिन हेंब्रम, विधायक झामुमो
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