Jharkhand:परिजन पुलिस से खोजने की गुहार लगा रही थी,इधर पुलिस सिर्फ खानापूर्ति कर बैठ गई थी !चाईबासा टोंटो में 4 महीने से लापता एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या।

चाईबासा। टोंटो थाना क्षेत्र के बाईहातु गांव के रहने वाले एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर देने की सूचना है।जानकारी के अनुसार कैरा लागुरी अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ बीते 14 जुलाई से लापता था। इन सभी लोगों का पुलिस ने कंकाल बरामद किया है।बताया जा रहा है कि पांचों लोगों की हत्या करके बाईहातु गांव से करीब 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित नदी के पास दफना दिया गया था।

परिजनों ने चाईबासा पुराने डीसी ऑफिस के पास धरना भी दिया था:-

14 जुलाई से लापता टोंटो थाना क्षेत्र के बाईहातु निवासी कैरा लागुरी, पत्नी समेत तीन बच्चों की खोजबीन करने में पुलिस नाकाम रही थी. लापता परिवार की खोजबीन के लिए परिजनों ने तीन बार अलग अलग तिथियों पर चाईबासा पुराने डीसी ऑफिस के पास धरना भी दिया था. लेकिन नतीजा सिफर रहा. प्रशासन की ओर से काेई मदद नहीं मिलने पर परिजन मुख्यमंत्री के पास गुहार लगाने के लिए राँची के लिए पैदल ही रवाना हुए थे।

सिर्फ मिसिग केस दर्ज कर साधारण तरीके से जांच पड़ताल की जा रही थी:-

लापता लोगों के परिजनों का आरोप था की स्थानीय थाना लेकर पुलिस अधीक्षक तक उक्त मामले की जांच एवं कार्रवाई के लिए गुहार लगाई लेकिन पुलिस प्रशासन सिर्फ मिसिग केस दर्ज कर साधारण तरीके से जांच पड़ताल कर रहा थी. कोरोना महामारी एवं इतने सख्त लॉकडाउन के दौरान आखिर एक गरीब परिवार के पांचों सदस्य गांव से बाहर कहीं कैसे और क्यों जा सकते हैं.अगर कहीं गए भी हैं तो ग्रामीण मुंडा एवं अपने रिश्तेदारों के संपर्क में अभी तक क्यों नहीं आए. इस कारण सहज भी अंदाजा लगाया जा रहा था की कैरा लागुरी, उनकी पत्नी एवं तीन बच्चों की निर्मम हत्या का षडयंत्र रचा गया है और शवों को कहीं छुपा दिया गया है।

परिजनों ने जताई थी हत्या की आशंका

कैरा (30 वर्ष), पत्नी (26 वर्ष), बड़ा पुत्र (5 वर्ष), दूसरा पुत्र (3 वर्ष), तीसरा पुत्र (5 माह) के लापता होने के मामले में कैरा की बहन रायमुनि हेस्सा ने अगस्त माह में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा के कार्यालय में ज्ञापन सौंप कर डायन-बिसाही के नाम पर हत्या कर दिए जाने की आशंका जतायी थी। पुलिस जांच की बात करती रही पर चार महीनों में भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा।

कई बार हुआ धरना-प्रदर्शन

पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को झींकपानी के चोया की पंचायत समिति सदस्य जयंती बिरुली के नेतृत्व में उसकी बहन व परिजनों ने छह अक्तूबर को अनुमंडल कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना देकर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा था। दोबारा 21 से 23 अक्तूबर तक धरना-प्रदर्शन किया। परिजन तीसरी बार 11 नवम्बर को अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। बार-बार अपनी मांगों की अनदेखी देख आक्रोशित परिजन 17 नवम्बर को मुख्यमंत्री से मिलने पैदल ही राँची के लिए चल पड़े। बाद में सदर एसडीपीओ उन्हें समझा-बुझा कर खूंटपानी से वापस ले आए।

पांच लोगों से हो रही पूछताछ

नरकंकाल मिलने की सूचना है। लेकिन अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि वह किसका है। इस मामले में पांच लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। ए वे लोग हैं जिनपर कैरा और उसके परिवार को गायब करने का शक किया गया था। पुलिस को पूछताछ में कुछ जानकारी भी मिली है और अभी पूछताछ जारी है। मेरे योगदान देने के बाद से इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच की जा रही थी। जो भी इस कांड में शमिल होगा उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। – अजय लिंडा, एसपी पश्चिम सिंहभूम