प्रेमिका के चाचा को ड्राइवर प्रेमी पसंद नहीं आया तो हत्या कर शव पेड़ पर लटका दिया,प्रेमिका सहित तीन गिरफ्तार,भेजा जेल

डेस्क टीम:
शिवहर।प्रेमी बबलू शर्मा हत्याकांड में पुरनहिया थाना पुलिस ने मृतक की प्रेमिका और उसके चाचा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गिरफ्तार लोगों में पिपराही थाना क्षेत्र के आशोपुर निवासी काजल कुमारी, उसके चाचा उमेश राय और इसी गांव के दिलीप कुमार शामिल हैं।

पुरनहिया थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार महतो ने पूछताछ के बाद सोमवार की रात तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हत्या का कारण प्रेस प्रसंग बताया गया है। इस सम्बंध में एसपी अनंत कुमार राय ने बताया कि पुलिस की सक्रियता से पूरी वारदात का खुलासा हुआ है।एसपी ने बताया कि प्रेम प्रसंग में बबलू शर्मा को बुलाकर उसकी हत्या कर दी गई। वहीं शव को ठिकाने लगा दिया गया। उन्होंने बताया कि हत्या की साजिश लड़की के चाचा उमेश राय ने रची थी। जबकि बगलगीर दिलीप कुमार ने शव को ठिकाने लगाया था।

यह है मामला
30 नवंबर की दोपहर पुरनहिया थाना क्षेत्र के कटैया गांव स्थित बागमती नदी तटबंध के किनारे मलंग स्थान स्थित पेड़ से बबलू शर्मा का लटका शव मिला था। इस सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से उतरवाकर कब्जे में ले लिया था। शिनाख्त नहीं होने पर पुरनहिया थाना पुलिस ने शव को अज्ञात मानते हुए पोस्टमार्टम के लिए सरोजा सीताराम सदर अस्पताल में भेज दिया था।वहीं चौकीदार के आवेदन पर अज्ञात के खिलाफ अन्यत्र हत्या कर शव लटकाए जाने की प्राथमिकी दर्ज की थी। युवक की जेब से मिले मोबाइल के आधार पर पहली दिसंबर को उसकी शिनाख्त राजधानी पटना के रामकृष्णनगर थाना क्षेत्र के पिपरा मोहल्ला निवासी फेकू शर्मा के पुत्र बबलू शर्मा (24) के रूप में की गई थी।

थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार महतो ने मामले की जांच शुरू कर बबलू शर्मा के मोबाइल के काल डिटेल और लोकेशन की जांच की। इसमें उन्होंने पाया कि बबलू शर्मा की पिपराही थाना क्षेत्र के आशोपुर निवासी काजल कुमारी के साथ लगातार बात होती रही है।पुलिस ने काजल से पूछताछ के बाद उसके चाचा उमेश राय को पटना से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उमेश राय ने हत्या की बात स्वीकार कर ली। वहीं शव को ठिकाने लगाने वाले व्यक्ति के नाम भी बताया। इसके आधार पर पुलिस ने आशोपुर गांव में छापेमारी कर दिलीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया। बबलू शर्मा मूल रूप से राजधानी पटना के रामकृष्णनगर थाने के पिपरा मोहल्ला निवासी फेकू शर्मा का पुत्र था।वह पेशे से कार चालक था। निजी कार लेकर भाड़े पर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाता था। इस क्रम में वह बिहार के विभिन्न जिलों में आता जाता था। इसी दौरान उसका काजल के साथ प्रेम प्रसंग हो गया था। काजल के चाचा उमेश को काजल और बबलू की नजदीकियां पसंद नहीं थीं। इसी वजह से उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। इधर, 26 नवंबर को बबलू की उसके परिजनों से अंतिम बार बात हुई थी। इसके बाद से ही वह लापता था।