मुख्यमंत्री सचिवालय का फर्जी पहचान पत्र बना हैदराबाद में ठगी का प्रयास,राँची एसएसपी के निर्देश पर गोंदा थाना में प्राथमिकी दर्ज
–वी-पास तेलंगाना हैदराबाद के सीईओ लवण कुमार तिरुगड़ी ने मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को भेजा ई-मेल तब की गई मामले की जांच
–ठगी करने का आरोपी प्रयाग प्रजापति लोहरदगा के सेन्हा का है रहने वाला,राँची पुलिस की सूचना पर लोहरदगा पुलिस पहुंची आरोपी के घर तो पता चला कि वह कई वर्षों से है फरार
राँची।मुख्यमंत्री सचिवालय झारखण्ड का फर्जी पहचान पत्र बना हैदराबाद में एक कंपनी के सीईओ को ठगने व उनके साथ फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में एसएसपी राँची के निर्देश पर गोंदा थाना में दो फरवरी को आरोपी प्रयाग प्रजापति के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपी प्रयाग प्रजापति लोहरदगा के सेन्हा का रहने वाला है। मामले सामने आने के बाद राँची पुलिस की सूचना पर लोहरदगा पुलिस आरोपी प्रयाग प्रजापति के लोहरदगा स्थित सेन्हा उसके घर भी गई। लेकिन वह अपने घर से फरार मिला। मुख्यमंत्री सचिवालय का फर्जी पहचान पत्र बना फर्जीवाड़ा करने का यह मामला तब सामने आया जब 28 जनवरी को हैदराबाद तेलंगाना के लवण कुमार तिरुगड़ी जो वी-पास के संस्थापक सह मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी है उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को एक ई-मेल कर पूरी जानकारी दी। लवण कुमार तिरुगड़ी द्वारा भेजे गए ई-मेल में बताया गया था कि मुख्यमंत्री सचिवालय का फर्जी पहचान पत्र का उपयोग उनके यहां किया गया। उनसे उक्त पहचान पत्र के माध्यम से आरोपी प्रयाग प्रजापति ने अवैध व नाजायज विषय पर बात की गई। उन्हें ठगने का प्रयास किया गया। प्रयाग प्रजापति के विरुद्ध गोंदा थाना में भादवि की धारा 419, 420, 468, 469, 470 और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले का अनुसंधान गोंदा थाना के दारोगा मनोज कुमार रजक कर रहे है।
31 जनवरी को मामला पहुंचा एसएसपी राँची के पास
मुख्यमंत्री सचिवालय के नाम पर बने फर्जी पहचान पत्र का मामला प्रिसिंपल सेक्रेटरी के पास ई-मेल से पहुंचने के बाद 31 जनवरी को एसएसपी राँची को भेजा गया। इसके बाद गोंदा थाना में पहले सनहा दर्ज किया गया और मामले की जांच कराई गई।राँची पुलिस की सूचना हैदराबाद तेलंगाना के लवण कुमार तिरुगड़ी द्वारा उपलब्ध कराए गए आरोपी के आधार कार्ड के आधार पर लोहरदगा पुलिस प्रयाग प्रजापति (37) के घर सेन्हा गई। पूछताछ व जांच में यह बात सामने आई कि दिया गया आधार कार्ड व प्रयाग प्रजापति का नाम पता सही है। लेकिन वह प्रयाग प्रजापति अपने घर से कई वर्षों से फरार है। अब पुलिस प्रयाग प्रजापति की तलाश कर रही है।