जान बचाने के लिए घर में घुस गया,घर में घुसकर अपराधियों ने मारी 6 गोली…

जमशेदपुर।झारखण्ड के जमशेदपुर शहर में अमरनाथ गिरोह के सदस्य सह मानगो गुरुद्वारा रोड निवासी प्रदीप सिंह (35) की करणी सेना के नेता गणेश सिंह के गुर्गों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी। घटना भुइयांडीह चौक के पास सोमवार करीब शाम सवा चार बजे घटी। इससे पहले गणेश सिंह के गुर्गों ने रेकी की। प्रदीप महिला दुकानदार रीता देवी से पेट्रोल खरीद रहे थे,तभी उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। इस दौरान अपनी जान बचाने के लिए प्रदीप रीता देवी के घर में घुस गया, लेकिन अपराधियों ने पीछा करते हुए घर में घुस कर उन पर छह गोलियां दागीं। घटना के बाद घायल को उसका भाई छोटू पुलिस की मदद से इलाज के लिए टीएमएच ले गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। खबर मिलने पर प्रदीप की माँ, उसकी पत्नी समेत परिवार के लोग टीएमएच पहुंचे।

इधर घटनास्थल पर प्रदीप के साथ मौजूद चश्मदीद राजा सिंह ने मानगो गुरुद्वारा रोड निवासी राहुल सिंह उर्फ मुन्ना, उसके भाई रोहित सिंह और अभिषेक सिंह पर प्रदीप की हत्या करने का आरोप लगाया है। सभी आरोपी करनी सेना के नेता गणेश सिंह के सदस्य हैं। गणेश सिंह और अमरनाथ गिरोह के बीच वर्चस्व को लेकर लड़ाई चल रही है। बताया जाता है कि बीती रात प्रदीप सिंह ने नशे में राहुल सिंह की माँ को फोन पर गालियां दी थीं। इस मामले में मानगो पुलिस नितेश तिवारी को हिरासत में रख कर पूछताछ भी की थी। घटना के बाद सीतारामडेरा थाना की पुलिस ने मौके पर से चार खोखे बरामद किए हैं। पुलिस रीता देवी से भी पूछताछ कर रही है।

पेट्रोल खरीदने के वक्त अपराधियों ने मारी कई गोलियां

प्रदीप परसुडीह के गदड़ा से 8 अप्रैल 2021 को भाजपा नेता व जमीन कारोबारी गणेश सिंह की हत्या की योजना बनाने के आरोप में अमरनाथ गैंग के 13 साथियों के साथ पकड़ा गया था। छह माह पहले वह जेल से बाहर निकला था। दो माह पूर्व बालीगुमा में तंतुबाई पर हुई फायरिंग मामले में प्रदीप की पुलिस तलाश कर रही थी। इधर, सीतारामडेरा थाना के प्रभारी अखिलेश मंडल ने बताया कि आपसी विवाद पर घटना को अंजाम देने की बात सामने आई है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। कुछ का नाम सामने आया है, जिसकी तलाश हो रही है।

जान बचाने के लिए एक घर में घुस गया था प्रदीप

एक चश्मदीद ने बताया कि मानगो गुरुद्वारा रोड निवासी साकची मोबाइल दुकान में काम करता हूं। शाम चार बजे प्रदीप का फोन आया। उसने मुझे यह कहते हुए बाराद्वारी बुलाया कि उसकी बाइक में पेट्रोल खत्म हो गई है। मैं बाराद्वारी पहुंचा। वहां से प्रदीप को अपनी बाइक पर बैठाकर भुइयांडीह चौक से आगे दुलाल भइयां के कार्यालय के पास एक दुकान में गया। वहां प्रदीप ने पेट्रोल खरीदने के लिए महिला को 200 रुपए दिया। तभी मेरी नजर मुन्ना के भाई रोहित सिंह पर पड़ी। मैंने प्रदीप को आगह किया। तभी बाइक पर सवार रोहित सिंह ने फायरिंग शुरू कर दी। पहली गोली महिला दुकानदार की दीवार में लगी। मैं दूसरी दिशा में और प्रदीप महिला दुकानदार के घर में बचने के लिए घुस गया। तभी मुन्ना, रोहित ने घर में घुस कर प्रदीप को गोलियां मारी और फरार हो गए। मैंने घटनास्थल से ही प्रदीप के भाई छोटू को फोन पर घटना की जानकारी दी। जैसा कि प्रदीप के साथ मौजूद राजा सिंह ने पुलिस को बताया है।