Dhanbad:नाबालिग छात्रा के आत्महत्या मामले में पुलिस ने शिक्षिका और प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार कर भेजा जेल….

धनबाद।झारखण्ड के धनबाद जिले के तेतुलमारी स्थित संत जेवियर्स स्कूल की 10 वीं की 17 वर्ष की छात्रा की आत्महत्या के मामले में तेतुलमारी थाने की पुलिस ने मंगलवार को आरोपी शिक्षिका सिंधु झा और प्रधानाध्यापक आरके सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस दोनों को मंगलवार की ही शाम कोर्ट ले गई, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है।

बताते चलें कि छात्रा सोमवार को बिंदी लगाकर स्कूल गई थी, जिसके चलते शिक्षिका भड़क गई और छात्रा को थप्पड़ जड़ दिया।इससे आहत छात्रा ने सोमवार की शाम जान दे दी। छात्रा धनबाद के तेतुलमारी स्थित जीरो सीमा क्षेत्र की एक कॉलोनी में रहती थी।

इधर, इस घटना से आक्रोशित छात्रा के परिजनों व आसपास के लोग मंगलवार की सुबह करीब साढ़े 10 बजे संत जेवियर्स स्कूल पहुंचे और छात्रा का शव रखकर सड़क को जाम कर दिया था।पुलिस ने उन्हें हटाने का पुरजोर प्रयास किया, परंतु वे टस से मस नहीं हुए। इस बीच आक्रोशित भीड़ स्कूल का मुख्यद्वार का ताला तोड़कर अंदर जाने की कोशिश करने लगी।बाद में अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के क्रम में जोगता, रामकनाली, ईस्ट बसुरिया, अंगारपथरा थाने से अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया गया।

इस बीच एक स्थानीय नेता ने शव को हटाने की दिशा में पहल की तो गुस्साए लोगों ने उनको थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह उनको वहां से बचाकर निकाला। इस बीच डीएसपी निशा मुर्मू पहुंचीं और शिक्षिका और प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार कर लिए जाने की जानकारी दी।इसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ। डीएसपी ने इस मामले में एससी-एसटी एक्ट की धारा जोड़ने की भी बात कही है।

शिक्षिका और प्राचार्य को बताया जिम्मेदार

तेतुलमारी थाने में दर्ज प्राथमिकी में छात्रा की माँ ने कहा कि शिक्षिका सिंधु झा एवं प्राचार्य राजकिशोर सिंह उनकी बेटी की मौत के जिम्मेदार हैं।सोमवार को बेटी बिंदी लगाकर स्कूल गई थी तो शिक्षिका ने दो थप्पड़ जड़ दिए थे। इसकी शिकायत प्रधानाध्यापक से की गई तो उन्होंने आरोप को निराधार बताया। उन्हें स्कूल से भगा दिया गया। घर पहुंचने के बाद वह स्नान करने गई। इस बीच बेटी ने पंखे से लटककर जान दे दी।

मृतका ने सुसाइड नोट में कहा कि मैं बेइज्जती से आहत हूं। इधर, इस घटना के बाद मंगलवार की सुबह विद्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया गया। बच्चे विद्यालय गए तो बताया गया कि दो दिन के लिए स्कूल बंद है।