अवैध खनन मामले में सीबीआई की जांच तेज,केसकर्ता विजय हांसदा और अभियुक्त सुबेस मंडल से हुई घंटों पूछताछ……

साहिबगंज।झारखण्ड हाईकोर्ट के आदेश पर साहिबगंज के नींबू पहाड़ पर अवैध खनन से जुड़े मामले में जांच के लिए सीबीआई की टीम साहिबगंज पहुँची हुई है। सीबीआई की टीम ने शुक्रवार को दूसरे दिन केसकर्ता विजय हांसदा को नोटिस देकर कार्यालय बुलाया,साथ ही विजय हांसदा के वकील अभ्युदय हांसदा को भी तलब किया था।इसके पूर्व सीबीआई की टीम ने शुक्रवार की सुबह राजहमल अनुमंडल क्षेत्र के मंगलहाट पहुंच कर अभियुक्त सुबेस मंडल को भी पूछताछ के लिए उठाया है।

शुक्रवार शाम को विजय हांसदा के वकील अभ्युदय हांसदा साहिबगंज स्थित सीबीआई के अस्थायी दफ्तर पहुंचे थे।जहां सीबीआई की टीम ने पूछताछ के बाद विजय हांसदा के वकील को वापस भेज दिया था, लेकिन विजय हांसदा और केस का अभियुक्त सुबेस मंडल से देर शाम तक पूछताछ जारी रही।सीबीआई की टीम अवैध खनन मामले में एक-एक कड़ी को जोड़ते हुए आगे बढ़ रही है।बताते चलें कि विजय हांसदा ने अवैध खनन में मारपीट और जातिसूचक शब्द बोलने पर आठ लोगों पर केस किया था। जिसमें मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित सुबेस मंडल का नाम भी शामिल था।

गौरतलब है कि विजय हांसदा के बयान पर एससी-एसटी थाना में एक दिसंबर 2022 को यह मामला दर्ज हुआ था।जिसमें मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, पत्थर व्यवसायी विष्णु यादव, पवित्र कुमार यादव, जहाज संचालक दाहू यादव उर्फ राजेश यादव, लकड़ाकोल निवासी संजय कुमार यादव, रामपुर करारा निवासी बच्चू यादव, संजय यादव और मंगलहाट निवासी सुबेश मंडल को आरोपित बनाया गया था। गौरतलब हो कि 30 जून 2022 को विजय हांसदा ने एडीजे वन की अदालत में शिकायतवाद दर्ज करायी थी। कोर्ट ने केस दर्ज करने के लिए थाना को भेज दिया था, लेकिन लंबे समय तक मामला दर्ज नहीं हुआ था मामला चर्चा में आने के बाद एक दिसंबर 2022 को एससी-एसटी कोर्ट में केस दर्ज किया गया था। इससे पूर्व विजय हांसदा ने मई में ऑनलाइन शिकायत भी की थी।

शिकायतवाद में विजय हांसदा ने कहा था कि उसके गांव के बगल में स्थित झगड़ू चौकी के नजदीक नींबू पहाड़ है।विगत दो-ढाई साल से नींबू पहाड़ पर पत्थर माफियों द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है।वहां अवैध विस्फोटक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।इस कारण वहां प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है और गांव में रहना मुश्किल हो गया है। इसकी शिकायत लेकर वे लोग दो मई 2022 को नींबू पहाड़ गए थे। वहां आरोपी ने उनलोगों के साथ गाली-गलौज की और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया। विरोध करने पर बंदूक के बट से मारपीट की।किसी तरह वे अपनी जान बचाकर वहां से भागे।इस क्रम में आरोपी ने फायरिंग भी की थी।अवैख खनन मामले में ईडी ने जब सीएम के विधायक के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को जेल भेज दिया इसके बाद साहिबगंज पुलिस ने भी आर्म एक्ट में ग्राम प्रधान विजय हांसदा को जेल भेज दिया था।