यूपी में अपराधियों को पनाह देने वालों पर बुलडोजर का कहर,करोड़ों का घर ध्वस्त, अतीक को एनकाउंटर का डर,सुप्रीम कोर्ट में अर्जी,कहा-अहमदाबाद जेल से कहीं और न भेजें..

प्रयागराज।यूपी सरकार ने उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार सुबह माफिया अतीक अहमद के करीबी जफर अहमद के प्रयागराज स्थित घर को बुलडोजर से गिराया गया। इसी घर में अतीक का परिवार किराए पर रहता था। जफर के घर से तलवार, पिस्टल और राइफल भी मिली है।धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकिया मोहल्ले में जफर के दो मंजिला मकान को प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम ने बुलडोजर लगाकर गिराया। इस घर की मार्केट वैल्यू करीब 3 करोड़ रुपए बताई जा रही है। अतीक का मकान जब जब्त किया गया था तो जफर ने ही उसके परिवार को यहां पनाह दी थी।

संगम नगरी में अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद के करीबियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। अतीक अहमद के करीबी बिल्डर और घर के बगल में रहने वाले खालिद जफर की अवैध संपत्ति को प्रयागराज विकास प्राधिकरण के बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। खालिद जफर के घर से दो विदेशी बंदूक और एक तलवार बरामद हुई है। बरहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दोनों बंदूक लाइसेंसी है या बिना लाइसेंसी है। चकिया में दो मंजिला इमारत में ही उमेश पाल की हत्या के बाद शूटर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता से मिलने आए थे और मिलने के बाद फरार हो गए थे।

वहीं अतीक के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है। इसमें कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है। वकील ने अतीक की सुरक्षा पर सवाल उठाए।

अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ ने कहा, ‘आज जो मकान चकिया में 297/205 ध्वस्त किया जा रहा है वो बेनामी संपत्ति नही है। ये मकान जफर अहमद खान का है। जफर मूलतः बांदा का रहने वाला है। इस मकान को 7 जनवरी 2021 को जफर के पिता ने अपने धन से खरीदा था। इसके ठीक सामने अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का मायका है।अतीक अहमद का चकिया स्थित मकान गिराए जाने के बाद वो अपने मायके में ही रह रही थीं। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने जफर अहमद से इस मकान को किराए पर लिया था। शाइस्ता और उनका परिवार इसी मकान में 2021 से रह रहा था। प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से जफर अहमद को बिना कोई नोटिस दिए ही उनके घर पर अवैध तरीके से बुलडोजर चलाया जा रहा है।’

घर गिराए जाने की कार्रवाई बुधवार सुबह करीब 11:30 बजे शुरू हुई।गली पतली होने से सिर्फ एक बुलडोजर से घर गिराया गया। 3 बुलडोजर बैकअप में रखे गए थे।

इधर,माफिया अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हटवा स्थित मायके से पुलिस ने हिरासत में लिया है। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के बारे में जैनब से पुलिस जानकारी जुटा रही है। उमेश पाल हत्याकांड में नामजद होने के बाद अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार है।

भाजपा नेता ने क्या कहा:
वहीं कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने कहा, ‘याद रखो जब विकास दुबे नहीं बचा तो इन दुर्दांतों का क्या होगा। ये बताने की आवश्यकता नहीं है। अब यदि गाड़ी अतीक की भी पलट जाए तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा।’

यूपी भाजपा के महामंत्री जेपीएस राठौर ने कहा, ‘मैं अपराधियों से कहना चाहता हूं कि अगर पकड़े जाएं तो बहुत हाय तौबा न करें। गाड़ी पलट भी सकती है। अगर ऐसा हुआ तो वो खुद जिम्मेदार होंगे।’

उमेश की हत्या वाले दिन सदाकत खान और अतीक के चौथे नंबर के नाबालिग बेटे एजम के बीच वॉट्सऐप पर बात हो रही थी। पुलिस ने यह चैट बरामद कर ली है। कुछ चैट डिलीट भी की गई है।कोर्ट ने बुधवार को सदाकत को 14 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।

प्रयागराज हत्याकांड मामले में नामजद अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। पत्र में मुख्यमंत्री योगी से उमेश पाल हत्याकांड की CBI जांच कराने की मांग की है।

एक्शन में सरकार; एक का एनकाउंटर, दो गिरफ्तार

उमेश पाल हत्याकांड के बाद CM योगी ने विधानसभा में ऐलान किया था कि माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। इसके बाद पुलिस और प्रशासन एक्शन में दिख रहा है। एक आरोपी अरबाज का एनकाउंटर कर दिया गया है। सदाकत नाम के आरोपी को पकड़ लिया गया है। वहीं, हत्याकांड में इस्तेमाल क्रेटा कार के मालिक बिरयानी बेचने वाले नफीस को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।

उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके दो बेटों, उसके साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम के साथ ही नौ अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है।

उमेश की हत्या 24 फरवरी को हुई थी, 13 शूटर शामिल थे

उमेश की हत्या 24 फरवरी को धूमनगंज में की गई थी। इसमें 13 शूटर शामिल थे। 6 गोली चला रहे थे, जबकि 7 बैकअप में थे। हत्या की साजिश मुस्लिम हॉस्टल में रची गई थी। साजिश में अहम रोल अहमदाबाद के साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का था। अशरफ बरेली जेल में बंद है। जेल से ही दोनों वॉट्सऐप कॉल के जरिए अपने गुर्गों से जुड़ते थे। यह खुलासा इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील और हत्या में शामिल सदाकत खान ने पूछताछ के दौरान किया।